नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम कबीर है और मैं महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ। मैं एक इंजीनियरिंग का छात्र हूँ। अब मैं आपका ज़्यादा समय बर्बाद किए बिना सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ। मेरी उम्र २१ वर्ष है और मेरी छोटी बहन की उम्र फ़िलहाल १९ वर्ष है, उसके फिगर का साइज़ ३६-३०-३८ है, वह दिखने में एक-दम सेक्सी और हॉट है। वह फ़िलहाल कॉलेजबहेन के मुँह में लंड दिया।
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम कबीर है और मैं महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ। मैं एक इंजीनियरिंग का छात्र हूँ। अब मैं आपका ज़्यादा समय बर्बाद किए बिना सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ। मेरी उम्र २१ वर्ष है और मेरी छोटी बहन की उम्र फ़िलहाल १९ वर्ष है, उसके फिगर का साइज़ ३६-३०-३८ है, वह दिखने में एक-दम सेक्सी और हॉट है। वह फ़िलहाल कॉलेज में है और बी.ए. पढ़ रही है।
यह घटना आज से लगभग ६ महीने पहले की है, तब मेरे माता-पिता छुट्टी पर घूमने शिमला गए थे। मेरे घर में हम पाँच लोग हैं। मैं, मेरा बड़ा भाई और मेरी छोटी बहन स्वीटी। स्वीटी तब कॉलेज जाती थी और मैं भी कॉलेज जाता था। मेरे भाई का बिज़नेस होने के कारण वह घूमने नहीं गया था, हम तीनों ही घर में थे।
फिर एक दिन मेरा भाई भी अपने काम से सुबह निकल गया और उसने स्वीटी को बताया कि वे कल आएंगे। तब मैं सोया हुआ था। फिर जब मैं उठा तो मुझे स्वीटी ने बताया कि भाई बाहर गए हैं। फिर मैं कॉलेज गया और तब स्वीटी की छुट्टी थी, तो हुआ यूँ कि मेरे सारे लेक्चर ऑफ़ थे, तो मैं घर आ गया और मैं घर आकर मस्त फ़्रेश हो गया था।
तब स्वीटी नहा रही थी। तब बहुत गर्मी थी और मैं भी गर्मी से परेशान हो गया था, फिर तब स्वीटी ने कहा कि आप भी नहा लीजिए। फिर मैंने भी सोचा कि नहा लेता हूँ। फिर मैं बाथरूम में गया। फिर मैंने देखा कि मेरे लंड के बाल बहुत बढ़ गए थे और फिर मैंने वहाँ रखे रेज़र की तरफ़ अपना हाथ बढ़ाया, और मैंने देखा कि वह गीला है और मुझे समझ आया कि स्वीटी ने भी शेव किया है।
फिर मैंने अपने लंड के सारे बाल काट दिए और फिर नहाकर फ़्रेश हुआ और बाहर आया और फिर मैं टीवी देखने के लिए हॉल में गया और तभी अचानक लाइट भी चली गई और अब बहुत गर्मी थी, तब स्वीटी गाउन पहनकर बैठी थी और मैं तो उसके स्तनों पर एक-दम फ़िदा था और वे उसके नाइट सूट से बहुत सेक्सी दिख रहे थे।
फिर मैंने सोचा कि कुछ तो करना चाहिए। अब वह सोफ़े पर सोई हुई थी और उसने रिमोट अपने मुँह में ले लिया था और वह लाइट आने का इंतज़ार कर रही थी, फिर मैं उठा और अपने सारे कपड़े उतारकर तौलिया लपेटकर हॉल में आया। अब मैं स्वीटी की तरफ़ हवस भरी नज़रों से देखने लगा और वह मेरी तरफ़ ध्यान नहीं दे रही थी। मेरा लंड एक-दम तन गया था।
फिर मैं उसके सामने गया और फिर मैं उसे कहने लगा कि स्वीटी ज़रा बग़ल हो जाओ मुझे वह ट्यूब लाइट सीधी करनी है और वह थोड़ी सरकी।
फिर मैं ऐसे खड़ा हुआ कि मेरा लंड स्वीटी को दिख जाए। फिर मैंने अपनी तिरछी नज़र से उसे देखा तो वह मेरे लंड को एक-दम चकित होकर देख रही थी और वह गरम भी होने लगी थी।
फिर वह कुछ देर बाद उठी और वह किचन में गई और चाय बनाने लगी। फिर मैं भी बहुत गरम हो गया था और वह भी गरम होने लगी थी। फिर मैं किचन में गया और उसके साथ बात करने लगा।
फिर वह अपना सिर नीचे करके बात कर रही थी। फिर मैं अपना लंड खुजलाने लगा और अपना तौलिया ढीला कर दिया। और फिर मैंने एक झटका मारकर अपना तौलिया उतार दिया और फिर मैं स्वीटी की तरफ़ पीठ करके उसे कहने लगा कि मेरी पीठ पर कुछ है।
फिर वह कहने लगी कि भाई कुछ नहीं है, फिर मैं उसकी तरफ़ मुड़ा और उसने मुझे देखकर एक-दम अपना सिर नीचे कर लिया। फिर मैं उसके पास गया और उसकी गांड पर अपना हाथ लगाकर उसे कहने लगा कि यह देख कॉकरोच। फिर वह बोली कि कहाँ है? तो मैंने धीरे से उसकी गांड के छेद में अपनी उंगली डाली और कहा कि तुम हिलना मत मैं उसे निकालता हूँ। फिर उसने अपनी आँखें बंद कर लीं।
फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा एक-दम ज़ोर से खींचकर निकाल दिया और मैंने उसकी सलवार नीचे की और उसे समझ आ गया और वह बोली कि भैया क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि स्वीटी तुम अब बहुत बड़ी हो गई हो और मैं अपना लंड उसकी गांड में रखने की कोशिश करने लगा था तो वह कहने लगी कि भैया यह ग़लत है।
लेकिन मैं तो एक-दम पागल हो गया था और मैंने उसके हाथ धकेले और एक हाथ से उसके स्तन और एक हाथ से उसकी चूत सहलाने लगा। और फिर कुछ देर बाद वह मेरी तरफ़ घूमकर देखने लगी और फिर मेरा लंड हाथ में लेकर मुँह में लेने लगी और मैं एक-दम चकित हो गया था।
फिर वह मेरा लंड एक-दम मुँह में ले रही थी। फिर मैं उसे उठाकर बेडरूम में ले गया और फिर मैंने उसकी चूत १५ मिनट चाटी और फिर उसकी गांड भी चाटी। फिर मैं उसके ऊपर हर जगह चूमने लगा और फिर उसने मुझे अचानक धक्का दिया और मुझे नीचे गिरा दिया और वह मेरी पीठ पर बैठ गई और मेरे ऊपर सफ़ेद-सफ़ेद पानी गिरा दिया। फिर मैं हैरान हुआ और उसे पूछा कि यह क्या है स्वीटी?
फिर वह बोली कि मैं अब संतुष्ट हो गई हूँ तो मैंने कहा कि मैंने तो अभी तक तेरी चूत में अपना लंड भी नहीं डाला है। तो वह बोली कि पहली बार था इसलिए जल्दी पानी निकल गया। फिर मैंने उसे नीचे लिटाया और उसके पैर फैलाकर उसकी चूत पर अपना लंड रखा और उस पर रगड़ने लगा और वह अपनी आँखें बंद करके ‘आह ओह्ह अहह ओह’ करने लगी और वह फिर से गरम होने लगी। मैं अभी संतुष्ट नहीं हुआ था इसलिए मैं उसे ऐसे ही छोड़ने वाला नहीं था और फिर मैं उसे चाटकर और उसकी चूत पर अपना लंड रगड़कर फिर से गरम करने लगा और वह भी गरम होने लगी। फिर मैंने धीरे से अपना लंड उसकी चूत में थोड़ा घुसाया तो वह चिल्लाने लगी लेकिन मैंने उसकी तरफ़ कोई ध्यान नहीं दिया और उसे ज़ोर-ज़ोर से अंदर अपना लंड डालकर उसे चोदने लगा।
अब वह बहुत ज़ोर से चिल्ला रही थी और कह रही थी कि “प्लीज़ भैया, प्लीज़, धीरे-धीरे करो मेरा ख़ून निकल रहा है, प्लीज़ धीरे करो, मुझे दर्द हो रहा है।” लेकिन मैं तो एक-दम हवस में भरा हुआ था और मुझे कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। फिर मैं कुछ नहीं रुका और उसे ठोकता रहा और फिर मैं कुछ देर बाद शांत हो गया। और कुछ देर उसके ऊपर पड़ा रहा। फिर उसने मुझे बग़ल किया और फिर मैंने देखा तो चादर पर ख़ून पड़ा था, अब वह देखकर मुझे समझ आया कि उसकी सील टूट गई है और फिर उस दिन के बाद हमें जब भी मौक़ा मिला तब हमने बहुत सेक्स किया और बहुत मज़े करते रहे।
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