मेरा नाम विकास है। मैं गोरा, मजबूत और हैंडसम हूँ। मैं मुंबई में अपनी बीवी के साथ रहता हूँ, लेकिन मेरी ननद, प्रिया, हमारे साथ ही रहती है। प्रिया गोरी, भरे हुए शरीर वाली और बहुत हॉट है। उसके स्तन बड़े, गोल और रसीले हैं, जैसे दो पके हुए खरबूजे, जो उसके टॉप या नाइटी से हमेशा बाहर झाँकते हैं। उसके निप्पल गुलाबी और कठोर हैं, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते हैं और उसकी जवानी की आग जताते हैं। उसकी कमर पतली है, और उसकी गांड बड़ी, मुलायम और गोल है, जो चलते समय लचकती है और मेरी नजरें वहीँ ठहरा देती है। उसकी जाँघें मोटी और चिकनी हैं, जैसे मलाई की परतें, और उसकी चूत की गर्मी उसके चेहरे से छिपती नहीं। मेरी बीवी मुझे संतुष्ट नहीं कर पाती, लेकिन मेरी ननद ने मुझे चोदा, और मेरी हवस पूरी की। यह है मेरी और मेरी ननद की चुदाई की कहानी।
मार्च 2025 की एक रात थी। मुंबई में हल्की गर्मी शुरू हो गई थी, और मेरे शरीर में जवानी की आग भड़क रही थी। मेरी बीवी मायके गई थी, और घर में सिर्फ मैं और प्रिया थे। मैं अपने कमरे में बैठकर टीवी देख रहा था, तभी प्रिया ने मुझे पुकारा, “विकास, इधर आ ना!” मैं उसके कमरे में गया, जहाँ प्रिया लाल नाइटी पहने बैठी थी। उसकी नाइटी से उसके स्तन और गांड लचक रहे थे। उसने मुझे एक शराब की बोतल दिखाई। “विकास, आज हम मज़ा करेंगे,” वह हँसते हुए बोली। मैंने कहा, “प्रिया, यह गलत है।” लेकिन उसने मुझे जबरदस्ती एक गिलास पिलाया। शराब मेरे गले से नीचे उतरी, और मेरे शरीर में एक अजीब गर्मी फैल गई। मेरा लंड हल्का तन गया, और प्रिया को देखकर मेरी हवस जाग उठी।
प्रिया ने भी शराब पी। उसकी आँखों में हवस दिख रही थी। वह मेरे पास आई और मेरे गाल पर एक चुम्बन लिया। “विकास, तू बहुत हैंडसम है,” उसने फुसफुसाते हुए कहा। मेरा मन डगमगा गया। “प्रिया, यह गलत है,” मैंने कहा, लेकिन मेरी हवस मुझे रोक नहीं रही थी। उसने मेरी टी-शर्ट उतारी, और मेरी पैंट नीचे सरका दी। मेरा 8 इंच का लंड तना हुआ और मोटा था। “विकास, तेरा लंड कितना मस्त है,” उसने कहा और उसे हाथ में लेकर सहलाने लगी। उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे, और उसकी जीभ मेरे मुँह में घुस गई। मेरी हवस अब बेकाबू हो गई थी। मैंने उसकी नाइटी उतार दी। उसके स्तन नंगे हो गए। उसके निप्पल कठोर थे।
“विकास, मेरे स्तन चूस,” प्रिया बोली। मैंने उसका एक स्तन मुँह में लिया और जोर से चूसने लगा। “आह्ह… विकास… चूस… जोर से चूस…” प्रिया सिसक उठी। उसकी चूत नंगी हो गई। उसके घने बाल गीले थे। “विकास, मेरी चूत चाट,” उसने कहा। मैंने उसके पैर फैलाए और अपनी जीभ उसकी चूत पर फिराने लगा। “आह्ह… विकास… चाट… मस्त चाट…” प्रिया चीख पड़ी। उसने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। “आह्ह… प्रिया… चूस… मस्त है…” मैं सिसक उठा। मेरी ननद की हवस मुझे पागल कर रही थी। मैं उसकी चूत चाट रहा था, और वह मेरा लंड चूस रही थी। शराब का नशा और उसकी हवस मुझे दीवाना बना रहा था।
प्रिया ने मुझे बिस्तर पर लिटाया। “विकास, मेरी चूत चोद,” उसने कहा। मैंने उसके चूत पर अपना लंड रगड़ा। “प्रिया, ले यह,” मैंने कहा और एक जोरदार धक्का मारा। मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया। “आह्ह… विकास… फट गई… आह्ह…” प्रिया चीख पड़ी। मैं उसके स्तन दबाते हुए उसे चोदने लगा। “विकास, जोर से चोद… मेरी चूत फाड़…” वह चीख रही थी। मैं उसकी चूत जोर से चोदने लगा। उसकी गांड बिस्तर पर टकरा रही थी। मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और उसे चूमने लगा। “आह्ह… विकास… मस्त चोदता है…” वह सिसक उठी। मैंने उसे आधा घंटा चोदा। मेरी हवस और उसकी भूख मुझे पागल कर रही थी।
“विकास, अब मेरी गांड चोद,” प्रिया ने कहा। मैंने उसे पलटाया। उसकी गांड गोल और मुलायम थी। मैंने उसकी गांड पर थूका और अपनी उंगलियाँ उसकी गांड में डाली। “आह्ह… विकास… धीरे…” प्रिया सिसक उठी। फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाला। “आह्ह… फट गई… आह्ह…” वह रो पड़ी। मैं उसकी गांड चोदने लगा। “प्रिया, तेरी गांड मस्त है,” मैंने कहा। मैं उसकी गांड जोर से चोदने लगा। उसके स्तन हिल रहे थे, और मैं उन्हें दबा रहा था। “आह्ह… विकास… चोद… जोर से चोद…” वह चीख रही थी। मैं उसकी गांड में झड़ गया, और मेरा वीर्य उसकी गांड से बह रहा था।
उस रात के बाद प्रिया मुझे रोज चोदने बुलाती थी। जब मेरी बीवी घर पर नहीं होती, वह मेरे कमरे में आती और मुझे चोदती। “विकास, तेरा लंड मेरा है,” वह कहती। एक बार उसने मुझे बाथरूम में शावर के नीचे चोदा। “विकास, मुझे फाड़,” वह चीखी। मेरा लंड उसकी चूत और गांड में अंदर-बाहर कर रहा था। उसने मेरे लंड को चूसा, और मैंने उसकी चूत में उंगलियाँ डाली। मेरी ननद की हवस मुझे पागल कर रही थी। मैंने उसे रातभर चोदा, और उसका संतोष किया।
कभी-कभी वह मुझे किचन में चोदने बुलाती। एक बार मैं किचन में खाना बना रहा था, तभी प्रिया आई। उसने मेरी पैंट नीचे सरकाई और मेरा लंड चूसने लगी। “विकास, तेरा लंड मस्त है,” उसने कहा। मैंने उसे टेबल पर झुकाया और उसकी चूत में अपना लंड डाला। “आह्ह… विकास… चोद… जोर से चोद…” प्रिया चीखी। मैं उसकी चूत जोर से चोदने लगा। उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा और मेरे लंड को चूसा। मैंने उसे चोदा और उसकी चूत में झड़ गया। मेरी ननद की हवस मुझे पागल कर रही थी।
प्रिया ने एक बार मुझे अपनी सहेली के सामने चोदा। उसकी सहेली मुझे देख रही थी, और प्रिया ने मुझे नंगा करके मेरा लंड चूसा। “विकास, तेरा लंड मस्त है,” उसने कहा। मैंने प्रिया को उसकी सहेली के सामने चोदा। “आह्ह… विकास… चोद… जोर से चोद…” वह चीख रही थी। उसकी सहेली मेरे स्तन देख रही थी, और मैं प्रिया को जोर से चोद रहा था। मैं उसकी चूत में झड़ गया, और उसकी सहेली मुझे देखती रही। मेरी ननद की हवस मुझे पागल कर रही थी, और मैं उसकी हवस पूरी कर रहा था।
अब मार्च खत्म हो गया है। मेरी बीवी को कुछ पता नहीं, लेकिन प्रिया मुझे रोज चोदती है। “विकास, तू मेरा जीजा है, लेकिन मेरी हवस तू ही पूरी करता है,” वह कहती है। मेरा लंड उसकी चुदाई के बिना रह नहीं सकता। मेरी ननद की चुदाई ने मेरे जीवन में एक नया रंग भर दिया, और मेरी हवस उससे पूरी हुई। मेरी ननद की हवस मुझे पागल करती है, और मैं उसकी हवस पूरी करता हूँ।
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