सुषमा, गोरी, भरे हुए बदन वाली और बेहद हॉट थी। उसके स्तन बड़े, गोल और रसीले थे, जैसे दो पके हुए आम, जो उसकी साड़ी या नाइटी से हमेशा बाहर झाँकते थे। उसके निप्पल सख्त और गुलाबी थे, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते थे और उसकी जवानी की आग बयान करते थे। उसकी कमर पतली थी, और उसकी गांड बड़ी, मुलायम और गोल थी, जो चलते वक्त लचकती थी और लोगों की नजरें वहीँ ठहरा देती थी। उसकी जाँघें मोटी और चिकनी थीं, जैसे मलाई की परतें, और उसकी चूत की गर्मी उसके चेहरे से छुपती नहीं थी। सुषमा जयपुर में अपने बेटे और पति के साथ रहती थी। उसका पति, रमेश, बिस्तर पर उसे कभी संतुष्ट नहीं कर पाता था। उसका लंड छोटा और कमजोर था, और वह दो मिनट में झड़ जाता था। लेकिन एक बार उसके बेटे के दो दोस्तों, राहुल और विक्रम, ने उसे होटल में चोदा, और उसकी जवानी की प्यास बुझाई। यह है सुषमा और उन दो लड़कों की हवस और चुदाई की कहानी।
शुरुआत: होटल में मुलाकात और सुषमा की जवानी
मार्च 2025 की बात है। जयपुर में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी, और सुषमा के शरीर में जवानी की आग धधक रही थी। उसका पति, रमेश, रात को उसकी चूत में लंड डालता, दो मिनट में झड़ जाता और सो जाता। “सुषमा, अब सो जा,” वह कहता और उसे अधूरा छोड़ देता। सुषमा की चूत गीली और भूखी रह जाती। वह अपनी उंगलियों से खुद को शांत करती, लेकिन वह आग बुझती नहीं थी। “मुझे एक मस्त, मोटा लंड चाहिए,” वह रात में अकेले में फुसफुसाती।
सुषमा का बेटा, अर्जुन, अपने दो दोस्तों, राहुल और विक्रम, के साथ था। राहुल और विक्रम दोनों गोरे, मजबूत और आकर्षक थे। वे हमेशा सुषमा को हवस भरी नजरों से देखते थे। जब सुषमा साड़ी पहनकर घर में घूमती, उनकी नजरें उसके स्तनों और गांड पर टिक जातीं। “सुषमा आंटी, आप बहुत खूबसूरत हैं,” वे हँसते हुए कहते। सुषमा शरमाती, लेकिन उनकी बातें उसकी चूत को गीला कर देती थीं। एक बार अर्जुन ने अपने दोस्तों को जयपुर घूमने बुलाया। वे तीनों एक होटल में रुके, और सुषमा भी उनके साथ गई थी, क्योंकि वह अर्जुन को अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी।
होटल में रात और चुदाई
25 मार्च की रात थी। होटल के कमरे में अर्जुन सो चुका था, लेकिन सुषमा, राहुल और विक्रम बैठकर बातें कर रहे थे। सुषमा ने लाल नाइटी पहनी थी, जो उसके स्तनों से चिपकी थी। उसके निप्पल सख्त दिख रहे थे, और उसकी गांड नाइटी में लचक रही थी। “सुषमा आंटी, आप बहुत हॉट हैं,” राहुल ने हिम्मत करके कहा। “हाँ, आंटी, आपको देखकर नींद ही नहीं आती,” विक्रम ने भी कहा। सुषमा शरमाई, लेकिन उसकी चूत गीली हो गई।
“तुम दोनों ऐसी बातें मत करो,” सुषमा ने कहा, लेकिन उसके मन में हवस भड़क रही थी। राहुल और विक्रम ने एक-दूसरे की ओर देखा और सुषमा के पास आए। राहुल ने उसकी कमर पर हाथ रखा, और विक्रम ने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। सुषमा की जीभ विक्रम के मुँह में गई, और उसकी जीभ उसके साथ खेलने लगी। “आह… लड़कों…” सुषमा सिसकारी। “आंटी, हमें आपकी चूत चोदनी है,” राहुल ने फुसफुसाते हुए कहा। सुषमा ने कुछ नहीं बोलने का फैसला किया, क्योंकि उसकी चूत उन्हें बुला रही थी।
राहुल ने सुषमा की नाइटी उतारी। उसके स्तन नंगे हो गए। उसके निप्पल सख्त थे। “आंटी, आपके स्तन शानदार हैं,” विक्रम ने कहा और एक स्तन मुँह में लिया। वह चूसने लगा। “आह… विक्रम… चूस… और जोर से चूस…” सुषमा चीखी। राहुल उसके दूसरे स्तन को मसल रहा था। उसके स्तन लाल हो गए। विक्रम ने उसकी टाँगें फैलाईं। उसकी चूत नंगी हो गई। उसके घने बाल गीले थे। “आंटी, आपकी चूत कितनी गर्म है,” राहुल ने कहा और अपनी उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दीं। “आह… राहुल… डाल…” वह चिल्लाई।
दो लड़कों की चुदाई
राहुल ने सुषमा की चूत में दो उंगलियाँ डालीं। “आह… लड़कों… मुझे चोदो…” वह तड़पकर बोली। राहुल ने अपनी पैंट उतारी। उसका 8 इंच का लंड सख्त और मोटा था। “आंटी, मेरा लंड देखो,” वह बोला। विक्रम ने भी अपनी पैंट उतारी। उसका लंड 7 इंच का था। “आंटी, इसे भी लो,” विक्रम ने कहा। सुषमा ने दोनों के लंड हाथ में लिए और सहलाने लगी। “लड़कों, तुम्हारे लंड कमाल हैं,” उसने कहा।
राहुल ने अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ा। “आंटी, लो,” उसने कहा और एक जोरदार धक्का मारा। उसका लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया। “आह… राहुल… फट गई… आह…” सुषमा चीखी। राहुल उसके स्तन दबाते हुए उसे चोदने लगा। विक्रम ने अपना लंड उसके मुँह में डाला। “आंटी, मेरा लंड चूसो,” विक्रम ने कहा। सुषमा ने उसका लंड चूसना शुरू किया। “आह… विक्रम… शानदार है…” वह सिसकारी। राहुल उसकी चूत चोद रहा था, और विक्रम उसका मुँह चोद रहा था।
राहुल ने उसे आधा घंटा चोदा। “आंटी, अब तुम्हारी गांड चोदता हूँ,” विक्रम ने कहा। उसने उसे पलटा। सुषमा की गांड गोल और मुलायम थी। विक्रम ने उसकी गांड पर थूका। “विक्रम, धीरे,” वह बोली। विक्रम ने अपनी उंगलियाँ उसकी गांड में डालीं। “आह… विक्रम…” वह सिसकारी। फिर विक्रम ने अपना लंड उसकी गांड में डाला। “आह… फट गई… आह…” वह रो पड़ी। “आंटी, तुम्हारी गांड कमाल है,” विक्रम ने कहा और उसकी गांड चोदने लगा। राहुल ने उसके मुँह में लंड डाला। “आंटी, चूसो,” वह बोला।
दोनों ने उसे एक घंटे तक चोदा। “आंटी, तुम्हारी चूत में झड़ता हूँ,” राहुल ने कहा और उसकी चूत में झड़ गया। “आंटी, मैं तुम्हारी गांड में झड़ता हूँ,” विक्रम ने कहा और उसकी गांड में झड़ गया। उनका गर्म वीर्य उसकी चूत और गांड से बह रहा था। “लड़कों, तुमने मुझे पागल कर दिया,” सुषमा हाँफते हुए बोली।
होटल में चुदाई
उस रात के बाद राहुल और विक्रम ने सुषमा को होटल में हर रोज चोदा। जब अर्जुन सो जाता, वे उसे अपने कमरे में बुलाते। “आंटी, तुम्हारी चूत हमारी है,” वे कहते। एक बार उन्होंने उसे बाथरूम में शॉवर के नीचे चोदा। “लड़कों, मुझे फाड़ दो,” वह चीखी। उनके लंड उसकी चूत और गांड में अंदर-बाहर हो रहे थे।
आज का सच
अब मार्च खत्म हो चुका है। अर्जुन और रमेश को कुछ नहीं पता, लेकिन राहुल और विक्रम सुषमा को अब भी चोदते हैं। “सुषमा, तुम हमारी रंडी हो,” वे कहते हैं। सुषमा की चूत उनकी चुदाई के बिना नहीं रह सकती। दो लड़कों ने होटल में माँ को चोदा, और सुषमा की हवस उनके साथ पूरी हुई।
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