Hindi Mother-in-Law and Wife Sex Story: मेरी सास और पत्नी को मैंने एक साथ चोदा—एक हॉट और सेक्सी हिंदी सेक्स स्टोरी
मेरा नाम विक्रम है। मैं 32 साल का हूँ, गोरा, ताकतवर और जवान आदमी। मेरा लंड 8 इंच का है, मोटा और काला, जिसका सुपारा हमेशा गीला और चमकदार रहता है। मेरी नसें उभरी हुई हैं, जैसे कोई चूत फाड़ने वाला हथियार। मैं मुंबई में अपनी पत्नी, निशा, और सास, ममता, के साथ रहता हूँ। निशा 28 साल की है, गोरी, भरे हुए शरीर वाली और आकर्षक। उसके स्तन बड़े, गोल और रसीले हैं, जैसे दो पके हुए आम, जो उसकी साड़ी से हमेशा बाहर झाँकते हैं। उसके निप्पल गुलाबी और सख्त हैं, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते हैं। उसकी कमर पतली है और गांड बड़ी, मुलायम और गोल, जो चलते वक्त लचकती है। मेरी सास, ममता, 48 साल की हैं, गोरी और भारी शरीर वाली। उनके स्तन विशाल और रसीले हैं, जैसे दो पके हुए खरबूजे, और उनकी गांड मोटी और नरम है। मेरी जवानी उन दोनों को चोदने के लिए तड़प रही थी, और एक दिन मैंने अपनी सास और पत्नी को एक साथ चोदा। यह है मेरी वासना और चुदाई की कहानी।
## शुरुआत: वासना की चिंगारी
मार्च 2025 की बात है। मुंबई में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी, और मेरे मन में वासना की आग भड़क रही थी। निशा मुझे रात में मजा देती थी, लेकिन उसकी चूत दो मिनट में ही ठंडी पड़ जाती थी। “विक्रम, अब सो जा,” वह कहती और मुझे अधूरा छोड़ देती। मेरा लंड तना हुआ रहता, और मैं मुठ मारकर शांत होता। लेकिन मेरी सास, ममता, मुझे अलग नजरों से देखती थीं। जब वह साड़ी पहनकर घर में घूमतीं, उनके स्तन और गांड मुझे पागल कर देते। “विक्रम, बेटा, तू बहुत मेहनत करता है,” वे कहतीं और मेरे पास आकर बैठतीं। उनकी नजर मेरी पैंट के उभार पर ठहर जाती। “मम्मीजी, आप भी तो जवान दिखती हैं,” मैं हँसकर कहता, लेकिन मेरी चूत उनके लिए तड़प रही थी।
एक बार मैं बाथरूम से बाहर निकला, सिर्फ तौलिया लपेटे हुए। मेरा लंड तौलिये में उभरा हुआ दिख रहा था। ममता वहीँ खड़ी थीं। “विक्रम, ये क्या दिख रहा है?” वे हँसते हुए बोलीं और मेरे करीब आईं। उनका हाथ मेरी छाती पर फिरा। “आह… मम्मीजी…” मैं सिहरते हुए बोला। “विक्रम, तेरी जवानी मुझे चाहिए,” उन्होंने फुसफुसाया और मेरा तौलिया खींच लिया। मेरा लंड तना हुआ बाहर आ गया। “मम्मीजी, ये क्या?” मैंने कहा, लेकिन मेरी चूत उनके लिए गीली हो चुकी थी।
## पहली रात: सास के साथ चुदाई
20 मार्च की रात थी। निशा अपनी सहेली के घर गई थी। घर पर मैं और ममता थीं। मैं अपने कमरे में था, सिर्फ लुंगी पहने हुए। ममता मेरे कमरे में आईं। उन्होंने नीली साड़ी पहनी थी, जो उनके शरीर से चिपकी थी। उनके स्तन ब्लाउज से बाहर आने को बेताब थे। “विक्रम, अकेलापन लग रहा है क्या?” उन्होंने कहा और मेरे पास बिस्तर पर बैठ गईं। “हाँ मम्मीजी, थोड़ा,” मैंने कहा। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपने स्तनों पर रखा। “आह… मम्मीजी… ये क्या?” मैंने कहा। “विक्रम, मेरी चूत तेरे लिए तड़प रही है,” उन्होंने कहा और मेरी लुंगी उतार दी। मेरा लंड तना हुआ बाहर आ गया।
उन्होंने मेरा लंड हाथ में लिया। “विक्रम, ये तो बहुत बड़ा है,” उन्होंने कहा और उसे चाटने लगीं। “आह… मम्मीजी… चाटो…” मैं सिहरते हुए बोला। उनकी जीभ मेरे लंड पर घूम रही थी। मैंने उनकी साड़ी उतारी। उनके स्तन नंगे हो गए। उनके निप्पल काले और सख्त थे। “मम्मीजी, आपके स्तन गजब हैं,” मैंने कहा और एक स्तन मुँह में लिया। मैं उसे चूसने लगा। “आह… विक्रम… चूस… जोर से चूस…” वे चीखीं। मेरा दूसरा हाथ उनके दूसरे स्तन को मसल रहा था। उनके स्तन लाल हो गए।
मैंने उनके पैर फैलाए। उनकी चूत नंगी हो गई। उनकी घनी झांटें गीली थीं। “विक्रम, मेरी चूत चोद,” उन्होंने कहा। मैंने अपनी उंगलियाँ उनकी चूत में डालीं। “आह… विक्रम… डाल…” वे चिल्लाईं। मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ा। “मम्मीजी, लो,” मैंने कहा और एक जोरदार धक्का मारा। मेरा लंड उनकी चूत में पूरा घुस गया। “आह… विक्रम… फट गई… आह…” वे चीखीं। मेरा लंड उनकी चूत को चीर रहा था। मैं उनके स्तनों को दबाते हुए उन्हें चोदने लगा। “मम्मीजी, आपकी चूत कमाल है,” मैंने कहा। हर धक्के के साथ उनकी गांड उछल रही थी। “विक्रम, जोर से चोद… मेरी चूत फाड़ दे,” वे चीख रही थीं। मैंने उन्हें आधा घंटा चोदा और उनकी चूत में झड़ गया। मेरा गर्म वीर्य उनकी चूत से बह रहा था।
## दूसरी रात: पत्नी और सास एक साथ
25 मार्च की रात थी। निशा घर लौट आई थी। मैंने ठान लिया कि आज दोनों को एक साथ चोदूँगा। रात को मैं और निशा बिस्तर पर थे। मैंने निशा से कहा, “निशा, आज मैं तेरी और मम्मीजी की चूत चोदूँगा।” वह चौंक गई। “विक्रम, ये क्या बोल रहा है?” उसने कहा। “निशा, मुझे तुम दोनों चाहिए,” मैंने कहा और ममता को बुलाया। “मम्मीजी, इधर आइए,” मैंने कहा। ममता आईं। उन्होंने गाउन पहना था, और निशा ने साड़ी।
मैंने निशा की साड़ी उतारी। उसके स्तन नंगे हो गए। “निशा, तेरे स्तन कमाल हैं,” मैंने कहा और एक स्तन चूसने लगा। “आह… विक्रम… चूस…” वह सिहर उठी। मैंने ममता का गाउन उतारा। उनके स्तन और चूत नंगे हो गए। “मम्मीजी, आपकी गांड गजब है,” मैंने कहा और उनकी गांड दबाई। मैंने दोनों को बिस्तर पर लिटाया। निशा की चूत फैलाई। उसकी चूत गीली थी। मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाला। “आह… विक्रम… चोद…” वह चीखी। मैं उसे चोदने लगा। ममता मेरे पास थीं। “विक्रम, मेरी चूत भी चोद,” उन्होंने कहा। मैंने निशा को चोदते हुए ममता की चूत में उंगलियाँ डालीं। “आह… विक्रम… चोद…” वे चिल्लाईं।
मैंने निशा को चोदकर ममता की ओर मुड़ा। उनकी चूत में लंड डाला। “मम्मीजी, आपकी चूत गर्म है,” मैंने कहा। “विक्रम, फाड़ दे मुझे,” वे चीखीं। मैंने दोनों को बारी-बारी चोदा। “निशा, तेरी गांड मारता हूँ,” मैंने कहा और निशा की गांड चोदी। “आह… विक्रम… फट गई…” वह चीखी। फिर ममता की गांड चोदी। “मम्मीजी, आपकी गांड टाइट है,” मैंने कहा। पूरी रात मैंने दोनों को चोदा। आखिर में दोनों की चूत में झड़ गया।
## आज की सच्चाई
अब मैं रोज निशा और ममता को चोदता हूँ। “विक्रम, तू हमारा राजा है,” वे कहती हैं। मेरी जवानी दोनों के साथ मजा लेती है। मैंने अपनी सास और पत्नी को एक साथ चोदा, और मेरी वासना पूरी हुई।
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