दोस्तों, नमस्ते! मेरा नाम किरण है, और मेरा विवाह हो चुका है। मेरी उम्र 23 साल है। आज मैं आपको अपनी एक सच्ची सेक्सी कहानी (sexy kahani) सुनाने जा रही हूँ, जिसमें मैंने अनिच्छा के बावजूद अपनी चूत चुदवाकर बहुत मज़े किए। मुझे यकीन है कि इसे पढ़कर आपको भी मज़ा आएगा। ये मेरे हॉट अनुभव (hot anubhav) और कामुक पलों (kamuk pal) की कहानी है।

जब मेरी शादी हुई, तब मैं 18 साल की थी, और मेरा पति 25 साल का था। हमारी सुहागरात से लेकर आज तक हमने खूब मज़े किए हैं। रोज़ मैं और मेरा पति चुदाई करते थे, और हमारी ज़िंदगी अब तक अच्छी चल रही थी। लेकिन शादी के 3 साल बाद भी मुझे बच्चा नहीं हुआ। लोग कहने लगे, “तू किसी अच्छे डॉक्टर को दिखा।” मैंने इस बारे में अपने पति से बात की। हमें दोनों को यकीन था कि हममें कोई कमी नहीं है, क्योंकि पिछले 3 साल से हम चुदाई का पूरा आनंद ले रहे थे।

एक दिन मेरी सास ने बहुत ज़िद की। मेरा पति बोला, “मेरा एक दोस्त डॉक्टर है। मैं उसे फोन करता हूँ। तू उसके पास जाकर आ।” मैं और सास डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर ने मुझे अकेले बुलाया और बोला, “देखो भाभी, मैं डॉक्टर हूँ। तुम्हें मुझे सब सच-सच बताना होगा, तभी मैं तुम्हारी समस्या समझ सकूँगा।” फिर उसने मेरे पति के लंड के बारे में पूछा, “राहुल का लंड तुम्हारी चूत में कितना अंदर तक जाता है?”

मैं शर्माते हुए बोली, “मुझे नहीं पता।” वो बोला, “अपने कपड़े उतारो।” दोस्तों, उसकी बात सुनकर मैं डर गई और हैरान होकर उसे देखने लगी। वो हँसते हुए बोला, “तुम्हें कुछ नहीं होगा। मुझे बस चेक करना है।” मैंने कपड़े उतार दिए। मेरी नंगी चूत उसके सामने थी।

मैं उसके सामने सीधे लेट गई। वो मेरी चूत सहलाने लगा और बोला, “तुम्हें सेक्स की कल्पना करनी होगी, ताकि ये खुल जाए।” उसने मुझे कुछ रबर के लंड दिखाए और उन्हें चूसने को कहा। थोड़ी देर बाद मुझे सेक्स चढ़ने लगा। वो मेरी चूत में अलग-अलग साइज़ के रबर के लंड डालने लगा। अब मुझे सेक्स पूरी तरह चढ़ गया था। मैंने आँखें बंद कर लीं। उसने मौका देखकर अपनी पैंटी से अपना लंड बाहर निकाला और बोला, “तेरा पति कभी बाप नहीं बन सकता। मैंने उसे अच्छे से चेक किया है। हाँ, तू माँ बन सकती है। लेकिन लोग सब जानते हुए भी आखिर में बीवी को ही दोषी ठहराते हैं। इसलिए मैं अब तुझे रोज़ चोदूँगा। तू मुझे रोज़ मिलने आया कर, जब तक तुझे बच्चा न हो जाए।”

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उसकी बात सुनकर मैंने साफ मना कर दिया और वहाँ से उठकर चली गई। अगले दिन जब मैं फिर उसके पास गई, तो उसने वही बात कही। बहुत समझाने के बाद मैं उसकी बात मान गई। दोस्तों, मैंने आज तक अपने पति के अलावा कभी चुदाई नहीं की थी। जब उसने अपना लंड बाहर निकाला, तो उसे देखकर मैं दंग रह गई। उसका लंड इतना बड़ा था कि राहुल से दोगुना लंबा और मोटा था। जब उसने चोदना शुरू किया, तो मुझे अपनी पहली रात की तरह दर्द होने लगा। पहली रात जितना खून निकला था, उससे ज़्यादा आज निकला। जैसे ही उसने लंड डाला, मैं दर्द से रोने लगी। लेकिन वो कुछ न देखते हुए लंड डालता रहा।

दोस्तों, उसकी इस बेरहमी से मैं ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी। उसने मेरे मुँह में एक रबर का लंड डाल दिया और जोर-जोर से धक्के मारकर मुझे चोदने लगा। हर धक्के में मैं ऊपर से नीचे तक हिल रही थी। उसकी ठोकरों से मेरी चूत में अजीब-सा दर्द शुरू हो गया था। मैं अपनी आवाज़ गले में दबाकर तड़प रही थी। 20-25 मिनट लगातार धक्के देने के बाद उसने मेरी चूत में ही वीर्य छोड़ दिया। जब मैं घर आई और रात को पति ने मुझे चोदा, तो उसका लंड मेरी चूत में इतनी आसानी से जा रहा था कि उसने मुझे गालियाँ दीं और बोला, “तू कहीं और चुदकर आई है क्या?” मैंने कहा, “नहीं, डॉक्टर ने रबर से मेरी चूत चेक की थी, इसलिए ऐसा लग रहा है।”

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उसने ये बात सुनी, और उस रात हम दोनों चुदाई करते रहे। मैं रोज़ चेकअप का बहाना बनाकर डॉक्टर से चुदवाने जाती थी। एक दिन मेरा पति कुछ दिनों के लिए काम से अमेरिका गया। उस वक्त मेरे देवर की शादी नहीं हुई थी। वो मुझ पर बुरी नज़र रखता था। एक रात जब मैं अपने कमरे में गई, तो अचानक लाइट बंद हो गई। मुझे लगा कि वहाँ कोई है। मैं बहुत डर गई। अंधेरे में देखा तो मेरे बेड पर मेरा पति बैठा था। मैंने पूछा, “आप कब आए?” उसने कुछ नहीं कहा और मुझे चूमने लगा। मेरे कपड़े उतारकर अपने कपड़े उतारने लगा।

उसने जल्दी से मुझे चोदना शुरू कर दिया। दोस्तों, चुदाई के दौरान मुझे लगा कि आज पहली बार उसका लंड मेरी चूत में इतना अंदर तक जा रहा था। मैंने कुछ नहीं कहा। मुझे लगा कि डॉक्टर से चुदवाने की वजह से मेरी चूत पूरी खुल गई है, इसलिए उसका लंड इतना अंदर जा रहा है। लेकिन थोड़ी देर चोदने के बाद जब उसका वीर्य मेरी चूत में गिरा, तो मुझे समझ आया कि ये मेरा पति नहीं है। फिर भी मैं चुदाई का मज़ा ले रही थी और कुछ नहीं बोली। थोड़ी देर बाद उसने फिर पानी छोड़ा। मैंने पूछा, “तू कौन है?”

उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रखे और मेरी चूत में लंड डालकर फिर से चोदने लगा। तीसरी बार जब उसने मेरी चूत में अपना गरम वीर्य छोड़ा, तो मैंने कहा, “तू जो भी है, मुझे और ज़ोर से चोद। ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार। मेरी चूत को ऐसे ही लंड की ज़रूरत है।” उसने फिर मेरी गांड मारी और फिर चूत मारी। सुबह उठी तो देखा कि मेरा देवर मेरे बेड पर मेरे साथ था। उसका लंड मेरी चूत में था। मैंने उसका लंड बाहर निकाला तो बहुत सारा वीर्य बाहर निकला।

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मैं उठकर जल्दी बाथरूम में गई और अपनी चूत साफ करने लगी। वो भी मेरे पीछे बाथरूम में आया और मुझे 2 बार चोदा। हम नहाकर बाहर आए, तो मेरे ससुर ने हमें देख लिया। उन्होंने मेरे देवर को बहुत डाँटा और ऑफिस भेज दिया। उस दिन दोपहर को मैं बेडरूम में सोने गई। देखा कि मेरा ससुर पहले से नंगा खड़ा था। उसके लंड के सारे बाल सफेद हो गए थे। वो बोले, “तू आज मेरे लंड की प्यास बुझाएगी। अगर तूने मना किया, तो मैं राहुल को बता दूँगा कि तू उसके छोटे भाई के साथ क्या कर रही थी।”

दोस्तों, ये सुनकर मैं बहुत डर गई। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूँ। थोड़ी देर बाद मैंने हाँ कह दिया। उन्होंने भी मुझे ज़ोर से चोदा, लेकिन वो बूढ़ा एक बार में ही थक गया। इस तरह मैं रात को पति से चुदवाती थी। दिन में जब मौका मिलता, ससुर मुझे चोदता था। महीने में दो बार चेकअप का बहाना बनाकर डॉक्टर से भी चुदवाती थी। जब पति घर पर नहीं होता, तो मैं देवर से चुदवाती हूँ। जब बूढ़ा कहता है, तो उसे भी खुश करना पड़ता है। दोस्तों, आज मेरे तीन बच्चे हैं—दो बेटे और एक बेटी। लेकिन मुझे नहीं पता कि कौन किसका बच्चा है।

 

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