नमस्ते दोस्तों, अब आगे की कहानी का मज़ा लीजिए। इससे पहले भाभी की चुदाई का पिछला भाग भी ज़रूर पढ़िएगा। भाभी का लाड़ला देवर – भाग 2
तीसरे दिन भाभी मुझसे बोलीं – रात को तेरे भैया से बात हो रही थी, तो मैंने उन्हें बता दिया कि मैं तेरे दोस्त से चुद चुकी हूँ। पहले तो वो थोड़ा नाराज़ हुए और फिर बोले कि अगर तुझे चुदना ही है, तो फिर राज क्या बुरा था।
राज का लंड भी अच्छा लंबा और मोटा है। फिर मैंने उन्हें कहा कि मुझे तुमसे चुदने में शर्म आती है। मेरी ये बात सुनकर उन्होंने मुझे कहा कि अब मैं जिस मर्जी से चुद सकती हूँ।
उसके बाद मैंने उन्हें बोल दिया कि मैं पूरे 10 दिनों के लिए शिव के पास चली जाऊँगी। तो उन्होंने मुझे वहाँ जाने के लिए हाँ कह दिया। अब तुम मुझे वहाँ छोड़ आओ और उसके बाद मुझे पूरे 10 दिन बाद ही लेने आना।
मैं – ठीक है, चलो मैं आपको पहुँचा देता हूँ।
फिर मैं भाभी को शिव के घर छोड़ने चला गया और मैंने शिव से कहा – भाई, मेरी भाभी का ख्याल रखना।
शिव – तू चिंता मत कर।
मैंने भाभी से कहा – भाभी, कम से कम 50 रन तो ज़रूर बना लेना।
भाभी – मैं 51 रन बना दूँगी। तू मेरी चिंता मत कर और समय से मुझे लेने आ जाना बस।
मैं – मैं आ जाऊँगा।
फिर 10 दिन बाद मैं भाभी को शिव के घर लेने गया। भाभी मुझे देखकर बहुत खुश हो गईं।
मैं – भाभी, कितने रन बनाए?
भाभी थोड़ा उदास होकर बोलीं – तू मुझे घर ले चल, मैं तुझे बाद में बता दूँगी।
फिर मैं भाभी को घर ले आया, और घर आकर मैं बोला – अब बताओ भाभी?
भाभी – मैं उससे सिर्फ़ 44 बार चुदाई, इससे तो मैं माँ नहीं बन पाऊँगी।
मैं – वो क्यों?
भाभी – शिव कल घर जा रहा है। अब वो यहाँ नहीं आएगा।
मैं – इतने दिन तुम उससे चुद चुकी हो, अब तक तो उसका बच्चा तुम्हारे पेट में आ ही गया होगा।
भाभी – मुझे आज ही मासिक धर्म आ गया है। अगर मेरे पेट में बच्चा होता, तो मुझे मासिक धर्म नहीं आता।
मैं – एक पंडित जी हैं, मैं तुम्हें उनके पास ले चलता हूँ।
भाभी – फिर देर किस बात की, चलो अभी चलते हैं।
मैं भाभी को पंडित के पास ले गया। पंडित ने भाभी की कुंडली देखकर कहा – कुंडली के हिसाब से तुम्हारी ज़िंदगी में 4 मर्द आएँगे। पहले के 3 मर्द तुम्हें बच्चा नहीं दे पाएँगे, पर चौथा तुम्हें बच्चा देगा।
तुम्हारी कुंडली से पता चलता है कि तुम अपने देवर के बच्चे की माँ बनोगी। और तुम्हें दो जुड़वाँ लड़के एक साथ पैदा होंगे। पर सावधान, जब तक तुम्हारी ज़िंदगी में 3 मर्द नहीं आ जाते, तब तक तुम अपने देवर से बच्चा पैदा करने की कोशिश भी मत करना, नहीं तो तुम कभी माँ नहीं बन पाओगी।
फिर भाभी ने मेरी तरफ़ इशारा करते हुए कहा – पर पंडित जी, मेरा तो एक ही देवर है और वो ये ही है। जब मेरी शादी हुई थी, तो मैंने ही इसे पाल-पोस कर बड़ा किया है। फिर मैं कैसे इसके बच्चे की माँ बन जाऊँ?
पंडित – बेटी, ज़रा सोचो। अगर तुम्हारी शादी थोड़ी देर से होती, तो ये जवान होता। और फिर क्या तुम इसके बच्चे की माँ नहीं बनती या कोशिश न करती?
भाभी – हाँ, तो मैं ज़रूर कोशिश करती।
पंडित – बात तो फिर वही हुई ना। फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि तुम्हारी शादी थोड़ी जल्दी हो गई थी। और उस समय ये थोड़ा छोटा था। अगर तुम माँ बनना चाहती हो, तो तुम्हें इसकी मदद लेनी ही पड़ेगी।
तुम्हारी कुंडली कह रही है कि तुम दोनों में बहुत ज़्यादा प्रेम है। अगर मैं गलत हूँ, तो तुम मुझे बताओ।
भाभी – पंडित जी, आप एकदम सही कह रहे हैं। मैं अपने देवर को बहुत प्यार करती हूँ। और ये भी मुझसे बहुत प्यार करता है।
भाभी ने मेरी तरफ़ इशारा किया और बोलीं – पंडित जी, मैं इसकी भी कुंडली ले कर आती हूँ। आप इसे भी एक बार देख लीजिए।
पंडित जी ने मेरी कुंडली काफ़ी देर तक देखी और बोले – बेटी, इसकी कुंडली तो बहुत ही अच्छी है। इसे तो पूरे 4 जुड़वाँ बच्चे पैदा होंगे, यानी कुल 8 बच्चे।
भाभी ये सुनकर हँसने लग गईं, तो पंडित जी बोले – बेटी, हँसो मत। मेरी ये बात ध्यान से सुनो। एक जुड़वाँ बच्चा तो इसकी अपनी पत्नी से होगा। पर आखिर में 3 जुड़वाँ बच्चे इसकी सगी बहनों से पैदा होंगे।
एक जुड़वाँ बच्चा तो तुमसे पैदा होगा। और बाकी 2 जुड़वाँ बच्चे… क्या तुम्हारी कोई सगी बहन भी है?
भाभी – हाँ, मेरी 2 सगी बहनें हैं। एक मुझसे 2 साल बड़ी है, और एक 2 साल छोटी है।
पंडित – बेटी, मेरी बात का बुरा मत मानना। तुम्हारी दोनों बहनों को भी इसी से 2 जुड़वाँ बच्चे पैदा होंगे। अगर तुम अपनी दोनों बहनों की कुंडली ले आओ, तो मैं एकदम बता दूँगा।
भाभी – मैं अभी मँगवा देती हूँ।
भाभी मुझसे बोलीं – अलमारी में रीना और टीना की भी कुंडली रखी है। जा, भागकर ले कर आ।
थोड़ी ही देर में मैं घर से दोनों की कुंडली ले आया, और पंडित ने उन दोनों की कुंडली देखकर कहा।
पंडित – अब मेरी सारी बात समझ में आ गई।
भाभी – बोलिए पंडित जी।
पंडित – तुम्हारी बड़ी बहन की ज़िंदगी में 2 मर्द आएँगे। पहला तो उसका पति होगा और दूसरा तुम्हारा देवर। उसे भी अपने देवर से जुड़वाँ बच्चे पैदा होंगे। और रीना की कुंडली से ये पता चलता है कि उसका कोई सगा देवर नहीं है। क्या मेरी बात सही है?
भाभी – एकदम सही है पंडित जी।
पंडित – फिर तुम्हारे देवर से ही रीना को भी जुड़वाँ बच्चे पैदा होंगे। अब रही टीना की बात, उसकी कुंडली से भी ठीक यही बात सामने आती है। तो उसका भी अपने देवर से 2 जुड़वाँ बच्चे पैदा होंगे। तो उसका भी कोई सगा देवर नहीं होगा।
भाभी – एकदम सही पंडित जी, आप एकदम सही कह रहे हैं।
पंडित – फिर टीना को भी तुम्हारे देवर से ही जुड़वाँ बच्चा पैदा होगा। पर मेरी एक बात अभी तक समझ में नहीं आ रही है।
भाभी – वो क्या है पंडित जी?
पंडित – टीना की ज़िंदगी में कुल 21 मर्द आएँगे। पहला मर्द तो उसका पति होगा और आखिरी मर्द तुम्हारा देवर होगा। पर उसकी ज़िंदगी में बाकी 19 मर्द कहाँ से आएँगे, मुझे ये बात समझ नहीं आ रही है। खैर, जाने दो। जो भविष्य में होगा, वो भगवान ही जानता है।
फिर मैं भाभी के साथ घर आ गया, और भाभी बोलीं – तेरे भैया ठीक ही कह रहे थे कि मुझे तुझसे ही चुद लेना चाहिए था। अब तुझसे चुदकर मैं माँ ज़रूर बनूँगी।
मैं – वो तो ठीक है, भाभी। पर अभी तो तुम्हारी ज़िंदगी में सिर्फ़ 2 ही मर्द आए हैं। अभी तीसरा मर्द आने दो।
भाभी – वो तो बाद में देखा जाएगा। पर अब तू बहुत खुश होगा।
मैं – वो किस लिए?
भाभी – तुझे मेरी और मेरी दोनों बहनों की चूत चोदने का मौका जो मिलने वाला है।
मैं – आने दो साली को, मैं चोद दूँगा।
भाभी – तू मेरी बहनों को गाली दे रहा है।
मैं – नहीं भाभी, मेरी क्या हिम्मत जो मैं तुम्हारी बहनों को गाली दूँ।
भाभी – अभी तूने कहा था कि आने दो साली को, उन्हें भी तुम चोद दोगे।
मैं – मैंने कोई गलत बात थोड़ी कही है। आखिर वो दोनों मेरी भी तो साली ही हैं ना?
मेरी ये बात सुनकर भाभी जोर-जोर से हँसने लग गईं। फिर 5 दिन बाद भाभी ने मुझे नहलाया। उसके बाद वो एकदम नंगी बेडरूम में आकर मेकअप करने लग गईं।
मैं – भाभी, आज तुम्हारा इरादा बहुत ही खतरनाक लग रहा है। आज किस का कत्ल करने का इरादा है?
भाभी – तेरा।
मैं – अभी तो 2 ही हुए हैं। तीसरा तो आने दो।
इतना सुनते ही वो मुझसे लिपट गईं और रोने लग गईं। मैं बोला – क्यों रो रही हो?
भाभी – मुझे तुझसे बच्चा चाहिए।
मैं – वो तो ठीक है, पर पंडित जी की बात याद है ना?
भाभी रोते हुए बोलीं – मेरी ज़िंदगी में तीसरा मर्द पहले ही आ चुका है। जब तुम मुझे शिव के पास छोड़कर चले गए थे, तो दूसरे दिन उसका दोस्त महमूद आया था। मेरे लाख मना करने के बाद भी महमूद ने मेरे साथ जबरदस्ती की थी। मैं चिल्लाती रही, पर उन दोनों ने मेरी एक न सुनी। उसके बाद शिव को मैंने कहा कि मैं अपने घर जा रही हूँ। पर उसने मुझे महमूद के साथ उसके घर भेज दिया। उसके बाद उसने मुझे इतने दिनों तक चोदा।
भाभी की ये बात सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आया, और मैं बोला – जब मैं तुम्हें लेने आया था, तब तुमने मुझे क्यों नहीं बताया? मैं शिव की तब ही अच्छे से खबर लेता।
भाभी – मैं कोई नया बखेड़ा नहीं करना चाहती थी। अब जो होना था, वो तो हो ही चुका है। मुझे माफ़ कर दो प्लीज़।
इतना कहकर भाभी मेरे कंधे पर सिर रखकर जोर-जोर से रोने लग गईं। मैंने उन्हें समझा-बुझाकर चुप करवाया। थोड़ी देर बाद वो सामान्य हो गईं।
मैं – मुझे अपनी चूत दिखाओगी?
भाभी – मेरा सारा जिस्म तुम्हारे सामने खुला पड़ा है। आज से मैं ख़ुद को तुम्हारे हवाले कर रही हूँ। अब तू मेरे जिस्म का जैसे मर्जी यूज़ कर और मुझे माँ बना दे बस।
मैं – मैं एक बात कहना चाहता हूँ।
भाभी – हाँ, क्या बात है?
मैं – जब तुम्हारे पेट में बच्चा आ जाएगा, तब तुम मुझसे नहीं चुदोगी। मैं चाहता हूँ कि तुम्हारे माँ बनने से पहले हम दोनों ज़िंदगी का पूरा मज़ा उठा लें। उसके बाद मैं तुम्हें माँ बना दूँगा।
भाभी – ये तो बहुत अच्छी बात है। मैं आज से ही गोलियाँ लेनी शुरू कर दूँगी।
मैं – फिर मैं कहाँ से शुरू करूँ?
भाभी – जहाँ से तेरा मन करे।
मैं – तुमने मेरे लंड पर तेल लगाकर उसकी बहुत मालिश की है, और इसे चूमा भी है। पर आज तक तुमने मेरा लंड चूसा नहीं है। अब इसे चूसोगी?
भाभी – हाँ, क्यों नहीं चूसूँगी।
तभी भाभी ने झट से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया, और वो मेरे लंड को जोर-जोर से चूसने लग गईं।
मैं – मज़ा आ रहा है भाभी?
तो दोस्तों, इस भाग को पढ़कर आपको अंदाज़ा हो गया होगा कि आगे क्या-क्या होने वाला है। इसलिए अब सेक्स स्टोरी का अगला भाग पढ़िए और मज़े लीजिए। मैं आपको वो मज़ा दूँगा, जो आपने कभी सोचा भी नहीं होगा।
जारी रखें: भाभी का लाड़ला देवर – भाग 4
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