मेरा नाम अनिता है, और मैं 30 वर्ष की हूं। मैं राजस्थान के एक छोटे से गांव में रहती हूं, और मेरा शरीर बहुत ही आकर्षक है—सफेद रंगत, भरे-पूरे स्तन, और मोटी गांड। मेरा विवाह रमेश के साथ हुआ है, लेकिन उसे संतान होने में समस्या है। हम पिछले 5 साल से बच्चे के लिए कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मेरा देवर, अजय, 26 साल का है—लंबा, ताकतवर, और उसकी पैंट में छिपा उसका लंड मुझे हमेशा बेचैन करता था। मुझे पता था कि अजय मुझे चोद सकता है और मुझे बच्चा दे सकता है।

एक दिन रमेश काम के सिलसिले में शहर से बाहर गया था। मैं और अजय घर में अकेले थे। मैंने एक पतली साड़ी पहनी थी, जिससे मेरे स्तन और गांड साफ दिख रहे थे। रात के 9 बजे मैं अजय के कमरे में गई। “अजय, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है,” मैंने कहा। “क्या बात है, भाभी?” अजय ने पूछा। “अजय, मुझे एक बच्चा चाहिए, लेकिन रमेश से नहीं हो पा रहा। क्या तुम मेरी मदद करोगे?” मैं शरमाते हुए बोली। अजय की आंखों में चमक उभरी। “भाभी, मैं तुम्हारी चूत चोदकर तुम्हें गर्भवती कर दूंगा,” उसने गर्म स्वर में कहा।

“अजय, तो आज ही कर दे,” मैंने कहा, और मेरी साड़ी नीचे गिर गई। मेरे स्तन ब्लाउज में से उभरे हुए दिख रहे थे। अजय ने मेरा ब्लाउज फाड़ दिया। “क्या कमाल के स्तन हैं, भाभी,” उसने कहा और मेरे एक निप्पल को मुंह में ले लिया। “आह्ह, अजय, चूसो,” मैं सिसकी। मेरी चूत गीली हो चुकी थी। अजय ने मेरी साड़ी और पेटीकोट उतार दिया। “भाभी, तेरी चूत देखनी है,” उसने कहा और मेरे पैर फैला दिए। मेरी चूत नंगी होकर चमकने लगी।

अजय ने अपनी जीभ मेरी चूत पर फिराई। “आह्ह, अजय, चाटो, मेरी चूत का रस पी लो!” मैं चिल्लाई। मेरी चूत से रस टपकने लगा। “भाभी, तेरी चूत का स्वाद लाजवाब है,” अजय बोला और उसने अपनी पैंट उतारी। उसका मोटा लंड बाहर निकला—लंबा, सख्त और गर्म। “अजय, ये तो मेरी चूत फाड़ देगा!” मैं डरते हुए बोली। अजय हंसा और बोला, “भाभी, तेरी चूत चोदकर ही तुझे बच्चा दूंगा।”

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उसने मेरी चूत पर लंड रगड़ा। “अब तेरी चूत चोदता हूं,” अजय बोला और एक जोरदार धक्का मारा। “आह्ह, अजय, मेरी चूत फट गई!” मेरी चीखें कमरे में गूंजने लगीं। उसने तेज-तेज धक्के देने शुरू किए। “भाभी, तेरी चूत मेरे लंड को निगल रही है,” अजय बोला। मेरी गांड हर धक्के के साथ हिल रही थी। “अजय, और तेज चोदो, मुझे गर्भवती करो!” मैं चिल्लाई। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और वह बिस्तर पर गिर रहा था।

चुदाई का नशा बढ़ गया। अजय ने मुझे बिस्तर पर कुत्ती की तरह बनाया। “अब तेरी गांड में लंड डालता हूं,” उसने कहा और मेरी गांड पर थप्पड़ मारा। “मारो, अजय, मेरी गांड को लाल कर दो!” मैं बोली। उसने अपना मोटा लंड मेरी गांड में घुसेड़ा। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और तेज!” मेरी चीखें तेज हो गईं। “भाभी, तेरी गांड बहुत तंग है,” अजय बोला। मेरी चूत से रस बह रहा था, और मैंने अपनी उंगलियां चूत में डाल लीं। “अजय, मेरी चूत और गांड दोनों चोदो!” मैं सिसकी।

चुदाई का खेल और तेज हुआ। अजय ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया। “अब तेरी चूत को गहराई से चोदता हूं,” उसने कहा और लंड को मेरी चूत में ठोंका। “आह्ह, अजय, मेरी चूत को फाड़ दो!” मैं चिल्लाई। उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक पहुंच रहा था। “भाभी, तेरी चूत चोदकर तुझे बच्चा दूंगा,” अजय बोला और मेरे स्तनों को दबाते हुए धक्के मारे। “चोदो मुझे, अजय, मुझे तेरे लंड का सुख दो!” मेरी सिसकियां बढ़ गईं। बिस्तर हमारी चुदाई से हिल रहा था।

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अजय ने मुझे दीवार से टिका दिया। “भाभी, तेरे होंठ चूसता हूं,” उसने कहा और मेरे होंठों को चूसने लगा। “आह्ह, अजय, मेरे होंठों को दबा दो!” मैं बोली। उसने मेरे होंठों को काटा और बोला, “भाभी, तेरे होंठ शहद जैसे हैं।” मैंने उसका लंड हाथ में लिया और दबाते हुए बोली, “अजय, मेरी चूत को फिर चोदो!” उसने मुझे बिस्तर पर गिराया और मेरी चूत में लंड ठोंका। “तेरी चूत को रस से भर दूंगा,” अजय चिल्लाते हुए बोला। “और तेज चोदो, मुझे गर्भवती करो!” मैं चिल्लाई।

रात और गहरी हो गई। अजय ने मुझे बाथरूम में ले गया। “भाभी, यहां तेरी चूत चोदता हूं,” उसने कहा और मुझे शॉवर के नीचे खड़ा किया। पानी मेरे नंगे बदन पर बह रहा था। “अजय, पानी में चुदाई का मजा लो!” मैं बोली। उसने मुझे दीवार से टिकाया और मेरी चूत में लंड ठोंका। “आह्ह, अजय, और तेज!” मैं चिल्लाई। पानी हमारे शरीर पर बह रहा था, और मेरी चूत उसके लंड को गीला कर रही थी। “भाभी, तेरी चूत मेरे लंड की दीवानी है,” अजय बोला।

सुबह होने को थी। अजय ने मुझे अपनी गोद में बिठाया। “भाभी, अब तेरी गांड फिर चोदता हूं,” उसने कहा और मुझे उल्टा कर दिया। “अजय, मेरी गांड में लंड डालो!” मैं सिसकते हुए बोली। उसने मेरी गांड में लंड घुसेड़ा। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और तेज!” मेरी चीखें कमरे में गूंज रही थीं। “भाभी, तेरी गांड मेरे लंड की दासी है,” अजय बोला और मुझे रगड़ने लगा। मेरी चूत से रस टपक रहा था। “चोदो मुझे, अजय, मुझे तेरी रंडी बना दो!” मैं चिल्लाई।

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अंत में उसका लंड फटा। उसका गर्म रस अनिता की चूत में भरा, फिर उसकी गांड में, और बचा हुआ उसके स्तनों और होंठों पर छिड़क दिया गया। “आह्ह, अजय, तेरा रस मेरे मुंह में डालो,” अनिता बोली और मेरे लंड से टपकते रस को चाट लिया। हम दोनों हांफते हुए बिस्तर पर गिर पड़े। “अजय, तू मुझे गर्भवती करेगा न?” अनिता हंसते हुए बोली। “भाभी, तेरी चूत मेरे रस से भरी है, अब तू जरूर गर्भवती होगी,” मैंने जवाब दिया। उस चुदाई की गर्मी मेरे बदन में समा गई थी।

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