प्यारे दोस्तो, आज मैं जो आपको अपनी ये नई चुदाई कहानी बताने जा रहा हूँ, वो एकदम सच्ची घटना है, और 7 महीने पहले की है। मेरी उम्र 23 साल है और मेरी चाची 42 साल की हैं।

मैं वैसे तो पहाड़ी इलाके का रहने वाला हूँ, और मैं एकदम गोरा-चिट्टा, हष्ट-पुष्ट, अच्छे खासे लंबे लंड वाला हूँ।

ये बात तब की है, जब मैं अपनी चाची के घर उनसे मिलने 4-5 दिन के लिए गया हुआ था। मेरे चाचा जी के 2 लड़के हैं, और वो दोनों कॉलेज में जाते हैं। मेरे चाचा जी जॉब करते हैं।

मैं शनिवार को उनके घर पहुँचा और रविवार को उन सब के साथ बैठकर खाना खाया। हम सबने बैठकर बहुत बातें कीं, फिर सोमवार को सब 10 बजे तक अपने-अपने काम पर चले गए।

अब मैं और चाची सिर्फ घर में थे। 2-3 घंटे के बाद मैं बोर होने लग गया। मैंने अपनी चाची से बोला – आपके पास डीवीडी प्लेयर है?

चाची – हाँ, तुम्हारे चाचा के रूम में है, जाओ वहाँ देख लो।

जैसे ही मैंने उसे ऑन किया तो उसमें ब्लू मूवी चल गई, जिसमें बड़ा लंबा लंड वाला एक आदमी एक गोरी चूत को बहुत बुरी तरह से चोद रहा था। मैं भी उसे देखने में खो गया। थोड़ी देर बाद चाची अचानक नहाकर उसी रूम में आ गईं।

अब मैंने अपना लंड पैंट से बाहर निकालकर बैठ गया था, जिसके साथ मैं खेल रहा था।

चाची – तुम ये क्या देख रहे हो?

मैं – मैंने डीवीडी जैसे ही ऑन किया, तभी ये चल पड़ी, मैंने नहीं लगाई ये।

चाची – बेटा, ये तुम्हारे चाचा जी लेकर आए थे।

यह कहानी भी पढ़े :  बस में मिली भारतीय आंटी की चुदाई

मैं – चाची, जी इतनी गंदी मूवी देखते हैं?

चाची – हाँ बेटा।

फिर मैंने डीवीडी बंद कर दिया था। इसके बाद मैंने मुठ मारी और तब जाकर मैं शांत हुआ।

रात को हम डिनर करने के बाद जब सोने लग गए, पर मुझे चैन नहीं आ रहा था। 2 घंटे बाद मेरे चाचा का लड़का सो गया, पर मेरा लंड पूरा खड़ा हुआ था।

उनके घर में एक ही बाथरूम था, जो कि हमारे रूम में था। जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ, तो मैंने फिर उसके साथ खेलने की कोशिश की और लंड को बाहर निकालकर खेलने लग गया।

फिर चाची हमारे रूम में आईं, मैंने अपना लंड एकदम पैंट के अंदर डाल लिया। सुबह जब सब अपने-अपने काम पर चले गए, तो चाची मुझसे बोलीं – बेटा, तुम शादी कर लो।

मैं – अभी नहीं।

चाची – तुम्हें चैन तो नहीं आता ना।

मैं – ऐसा कुछ नहीं है।

मेरे ये बोलते ही चाची ने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया और मैं बोला – चाची, ये आप क्या कर रही हो?

चाची – तुम्हें शांत कर रही हूँ।

मैं – पर आप तो मेरी चाची हैं, मेरी माँ की तरह हैं।

चाची – चाची मैं तेरी हूँ, इसकी नहीं हूँ।

उसने बिना किसी डर के मेरी पैंट खोली, और मेरा लंड बाहर निकालकर चूसने लग गई। मेरा लंड एकदम से टाइट हो गया। चाची ने मेरा लंड ऐसा चूसा जैसे वो काफी समय से प्यासी थीं।

मैंने भी चाची की कमीज़ खोली, नीचे उन्होंने गुलाबी रंग की ब्रा पहनी हुई थी। जैसे ही मैंने ब्रा को खोला, मैं उनके बूब्स को देखता ही रह गया। उनके 36 के बूब्स एकदम सॉफ्ट थे।

यह कहानी भी पढ़े :  पहली नजर में बहकते जज़्बात

मैं तो मसलते हुए मानो उनका रस पी रहा था, और चाची मुझे बोलीं – तेरे चाचा ब्लू मूवी लेकर आते हैं, और रात को उन्हें देखकर सो जाते हैं। उनका लंड अब खड़ा नहीं होता है।

मैं 4 साल से तरस रही हूँ, मेरी चूत 4 साल से चुदी नहीं है। मुझे आज तू ऐसे चोद कि मैं चुदना ही भूल जाऊँ।

मैं – चाची, मैं तो तुम्हारे बेटे की तरह हूँ।

चाची – बेटे ही मुसीबत में काम आते हैं।

वो रोने लग गईं। मैं भी तैयार हो गया। चाची ने मेरा लंड चूसते-चूसते ये सब मुझे बताया। मैं चाची को बेड पर ले गया और चाची के कपड़े उतार दिए, और मेरा लंड उनकी चूत को देखकर सलामी देने लग गया।

चाची की चूत इतनी सेक्सी थी, कि मैं बता नहीं सकता क्योंकि चाची की चूत एकदम शेव्ड थी। फिर उन्होंने मेरा लंड फिर से चूसना शुरू कर दिया। चाची के बूब्स इतने बड़े थे कि मेरे हाथ में एक भी ठीक से नहीं आ रहा था।

फिर मैं उनकी चूत को चूसना शुरू कर दिया, उनकी एकदम कुँवारी चूत जैसी लग रही थी। मेरा लंड पूरा 6.5 इंच का हो गया था।

चाची – बेटा, तेरा लंड तो बहुत बड़ा है।

फिर जैसे ही मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और आधा ही अंदर चला गया। बाद में चाची रोने लग गईं और वो बोलीं – मेरी भोसड़ी तो अब बहुत दर्द कर रही है।

मैंने एकदम से जोर से धक्का मारा और उनकी चूत से थोड़ा सा खून निकल गया। थोड़ी देर बाद चाची भी धक्के देने लग गईं, और वो मजे से मुझसे चुदने लग गईं।

यह कहानी भी पढ़े :  मित्र की माँ की चुदाई

चाची करीब 2 बार झड़ गई थीं। अब मेरा भी निकलने वाला था। मैंने चाची के अंदर ही अपने लंड का सारा पानी निकाल दिया।

चाची – तुमने तो आज मेरी भोसड़ी को अपने चाचा जी के लायक भी नहीं छोड़ा। इसका तूने सूजा-सूजा कर भोसड़ा बना दिया है। तुम्हारे इस लंबे लंड ने मुझे बहुत बुरी तरह चोदा है। पर मुझे आज तूने वो मजा दिया है, जो मुझे आज तक कभी नहीं मिला था।

इसके बाद चाची जी के पास मैं जितने दिन रहा, उतने दिन मैंने चाची की चूत बहुत जमकर चोदी। फिर चाची ने मुझे डॉगी स्टाइल, खड़े होकर चोदना, सब कुछ सिखाया।

मैंने चाची को इन सब स्टाइल में जमकर चोदा, और उनसे औरतों को चोदने के तरीके सीखे। आज भी मुझे चाची की मस्त चूत याद आती है, क्योंकि मुझे चाची से फिर से चूत चुदाई के गुण लेना है।

पर आज भी चाची से मैं रोज फोन पर बात करता हूँ।

 8 views