संगीता 38 साल की थी, लेकिन उसकी जवानी अभी भी वैसी ही थी। वह गोरी, भरे हुए शरीर वाली और हॉट औरत थी। उसके स्तन बड़े, गोल और रसीले थे, जैसे दो पके हुए खरबूजे, जो उसकी साड़ी या नाइटी में से हमेशा बाहर झाँकते थे। उसके निप्पल कड़े और गुलाबी थे, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते थे और उसकी जवानी की आग दिखाते थे। उसकी कमर पतली थी, और उसकी गांड बड़ी, मुलायम और गोल थी, जो चलते समय लचकती थी और लोगों की नजरें वहीं खींच लेती थी। उसकी जाँघें मोटी और चिकनी थीं, जैसे मलाई की परतें, और उसकी चूत की गर्मी उसके चेहरे से छिपती नहीं थी। संगीता दिल्ली में अपने बेटे और पति के साथ रहती थी। उसका पति, विजय, 45 साल का था, लेकिन वह बिस्तर पर उसे कभी संतुष्ट नहीं कर पाता था। उसका लंड छोटा और कमजोर था, और वह दो मिनट में झड़ जाता था। लेकिन एक बार उसके बेटे के दो दोस्तों, रोहन और सागर ने, उसे होटल में चोदा, और उसकी जवानी की प्यास बुझाई। ये है संगीता और उन दो लड़कों की हवस और चुदाई की कहानी।

शुरुआत: होटल में मुलाकात और संगीता की जवानी

मार्च 2025 की बात है। दिल्ली में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी, और संगीता के शरीर में जवानी की आग भड़क रही थी। उसका पति, विजय, रात को उसकी चूत में लंड डालता, दो मिनट में झड़ जाता और सो जाता। “संगीता, अब सो जा,” वह कहता और उसे अधूरा छोड़ देता। संगीता की चूत गीली और भूखी रह जाती थी। वह अपनी उंगलियों से खुद को शांत करती, लेकिन वह आग बुझती नहीं थी। “मुझे एक मस्त, मोटा लंड चाहिए,” वह रात को अकेले में फुसफुसाती थी।

संगीता का बेटा, अजय, 19 साल का था, और उसके दो दोस्त, रोहन और सागर, उसकी उम्र के थे। रोहन और सागर दोनों गोरे, मजबूत और हैंडसम थे। वे हमेशा संगीता को हवस भरी नजरों से देखते थे। जब संगीता साड़ी पहनकर घर में घूमती, उनकी नजरें उसके स्तनों और गांड पर अटक जाती थीं। “संगीता आंटी, आप बहुत सुंदर हैं,” वे हँसते हुए कहते। संगीता शरमाती, लेकिन उनकी बातें उसकी चूत को गीला कर देती थीं। एक बार अजय ने अपने दोस्तों को दिल्ली घूमने बुलाया। वे तीनों एक होटल में रुके, और संगीता भी उनके साथ गई थी, क्योंकि वह अजय को अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी।

होटल में रात और चुदाई

25 मार्च की रात थी। होटल के कमरे में अजय सो गया था, लेकिन संगीता, रोहन और सागर बैठकर बातें कर रहे थे। संगीता ने लाल नाइटी पहनी थी, जो उसके स्तनों से चिपकी थी। उसके निप्पल कड़े दिख रहे थे, और उसकी गांड नाइटी में लचक रही थी। “संगीता आंटी, आप बहुत हॉट हैं,” रोहन ने हिम्मत करके कहा। “हाँ, आंटी, आपको देखकर हमें नींद ही नहीं आती,” सागर ने भी कहा। संगीता शरमाई, लेकिन उसकी चूत गीली हो गई।

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“तुम दोनों ऐसा मत बोलो,” संगीता ने कहा, लेकिन उसके मन में हवस भड़क रही थी। रोहन और सागर ने एक-दूसरे की ओर देखा और संगीता के पास आए। रोहन ने उसकी कमर पर हाथ रखा, और सागर ने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। संगीता की जीभ सागर के मुँह में चली गई, और उसकी जीभ उसके साथ खेलने लगी। “आह… लड़कों…” संगीता सिसक उठी। “आंटी, हमें तेरी चूत चोदनी है,” रोहन ने फुसफुसाते हुए कहा। संगीता ने कुछ नहीं बोलने का फैसला किया, क्योंकि उसकी चूत उन्हें बुला रही थी।

रोहन ने संगीता की नाइटी उतार दी। उसके स्तन नंगे हो गए। उसके निप्पल कड़े थे। “आंटी, तेरे स्तन मस्त हैं,” सागर ने कहा और एक स्तन मुँह में ले लिया। वह चूसने लगा। “आह… सागर… चूस… जोर से चूस…” संगीता चिल्लाई। रोहन उसके दूसरे स्तन को मसल रहा था। उसके स्तन लाल हो गए। सागर ने उसके पैर फैलाए। उसकी चूत नंगी हो गई। उसकी घनी झाँटें गीली थीं। “आंटी, तेरी चूत कितनी गर्म है,” रोहन ने कहा और अपनी उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दीं। “आह… रोहन… डाल…” वह चीखी।

दो लड़कों की चुदाई

रोहन ने संगीता की चूत में दो उंगलियाँ डालीं। “आह… लड़कों… चोदो मुझे…” वह तड़पते हुए बोली। रोहन ने अपनी पैंट उतारी। उसका 8 इंच का लंड तना हुआ और मोटा था। “आंटी, ये देख मेरा लंड,” वह बोला। सागर ने भी अपनी पैंट उतारी। उसका लंड 7 इंच का था। “आंटी, ये भी ले,” सागर बोला। संगीता ने दोनों के लंड हाथ में लिए और सहलाने लगी। “लड़कों, तुम्हारे लंड मस्त हैं,” वह बोली।

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रोहन ने उसके चूत पर लंड रगड़ा। “आंटी, ये ले,” वह बोला और एक जोरदार धक्का मारा। उसका लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया। “आह… रोहन… फट गई… आह…” संगीता चिल्लाई। रोहन उसके स्तन दबाते हुए उसे चोदने लगा। सागर ने अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया। “आंटी, मेरा लंड चूस,” सागर बोला। संगीता ने उसका लंड चूसना शुरू किया। “आह… सागर… मस्त है…” वह सिसक उठी। रोहन उसकी चूत चोद रहा था, और सागर उसका मुँह चोद रहा था।

रोहन ने उसे आधा घंटा चोदा। “आंटी, अब तेरी गांड चोदता हूँ,” सागर बोला। उसने उसे पलट दिया। संगीता की गांड गोल और मुलायम थी। सागर ने उसकी गांड पर थूका। “सागर, धीरे,” वह बोली। सागर ने अपनी उंगलियाँ उसकी गांड में डालीं। “आह… सागर…” वह सिसक उठी। फिर सागर ने अपना लंड उसकी गांड में डाला। “आह… फट गई… आह…” वह रो पड़ी। “आंटी, तेरी गांड मस्त है,” सागर बोला और उसकी गांड चोदने लगा। रोहन ने उसके मुँह में लंड डाला। “आंटी, चूस,” वह बोला।

दोनों ने उसे एक घंटा चोदा। “आंटी, तेरी चूत में झड़ता हूँ,” रोहन बोला और उसकी चूत में झड़ गया। “आंटी, मैं तेरी गांड में झड़ता हूँ,” सागर बोला और उसकी गांड में झड़ गया। उनका गर्म वीर्य उसकी चूत और गांड से बह रहा था। “लड़कों, तुमने मुझे पागल कर दिया,” संगीता हाँफते हुए बोली।

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होटल में चुदाई

उस रात के बाद रोहन और सागर ने संगीता को होटल में रोज चोदा। जब अजय सो जाता, वे उसे अपने कमरे में बुलाते। “आंटी, तेरी चूत हमारी है,” वे कहते। एक बार उन्होंने उसे बाथरूम में शॉवर के नीचे चोदा। “लड़कों, मुझे फाड़ दो,” वह चिल्लाई। उनके लंड उसकी चूत और गांड में अंदर-बाहर कर रहे थे।

आज की सच्चाई

अब मार्च खत्म हो चुका है। अजय और विजय को कुछ नहीं पता, लेकिन रोहन और सागर संगीता को अब भी चोदते हैं। “संगीता, तू हमारी रंडी है,” वे कहते हैं। संगीता की चूत उनकी चुदाई के बिना रह नहीं सकती। दो लड़कों ने होटल में माँ को चोदा, और संगीता की हवस उनके साथ पूरी हुई।

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