एक हिंदी हॉट, सेक्सी और उत्तेजक चुदाई की कहानी
मेरा नाम आर्यन है। मैं 24 साल का हूँ, गोरा, तगड़ा और हैंडसम। मैं कोलकाता में अपनी दो बहनों—नेहा और काव्या—के साथ रहता हूँ। नेहा 22 साल की है, और काव्या 20 साल की। दोनों गोरी, भरे हुए बदन वाली और बहुत ही आकर्षक हैं। उनके स्तन बड़े, गोल और रसीले हैं, मानो दो पके हुए खरबूजे, जो उनके टॉप या नाइटी से हमेशा बाहर झाँकते रहते हैं। उनके निप्पल गुलाबी और सख्त हैं, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते हैं और उनकी जवानी की आग को जाहिर करते हैं। उनकी कमर पतली है, और उनकी गांड बड़ी, मुलायम और गोल है, जो चलते समय लचकती है और मर्दों की नजरें वहीँ ठहर जाती हैं। उनकी जाँघें मोटी और चिकनी हैं, जैसे मलाई की परतें, और उनकी चूत की गर्मी उनके चेहरे से छुपती नहीं। हम तीनों बहुत करीब हैं, लेकिन एक रात मेरी बहनों की वासना और मेरा प्यार एक अलग रास्ते पर चला गया। यह है मेरी और मेरी बहनों की वासना और चुदाई की कहानी।
मार्च 2025 की एक रात थी। कोलकाता में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी, और मेरी बहनों की जवानी की आग मुझे महसूस हो रही थी। मम्मी-पापा एक शादी में गए थे, और घर में सिर्फ मैं, नेहा और काव्या थे। मैं अपने कमरे में बैठकर टीवी देख रहा था, तभी नेहा ने मुझे पुकारा, “आर्यन, इधर आ ना!” मैं उनके कमरे में गया, जहाँ नेहा और काव्या नाइटी पहने बैठी थीं। उनकी नाइटी से उनके स्तन और गांड लचक रहे थे। नेहा ने टेबल पर एक शराब की बोतल रखी थी। “आर्यन, आज हम पार्टी करेंगे,” काव्या ने हँसते हुए कहा। मैंने कहा, “नहीं, मुझे शराब नहीं चाहिए।” लेकिन उन्होंने मुझे जबरदस्ती एक ग्लास पिलाया। शराब मेरे गले से नीचे उतरी, और मेरे शरीर में एक अजीब सी गर्मी फैल गई। मेरा लंड हल्का सा तन गया, और अपनी बहनों को देखकर मेरी वासना जाग उठी।
नेहा और काव्या ने भी शराब पी। उनकी आँखों में वासना दिख रही थी। नेहा मेरे करीब आई और मेरे गाल पर एक चुम्मा लिया। “आर्यन, तू बहुत हैंडसम है,” उसने फुसफुसाया। काव्या ने मेरे दूसरे गाल पर चुम्मा लिया और बोली, “हाँ, आर्यन, हमें तुझसे मस्ती करनी है।” मेरा मन डगमगाया। “नेहा, काव्या, ये गलत है,” मैंने कहा, लेकिन मेरी वासना मुझे रोक नहीं रही थी। नेहा ने मेरी टी-शर्ट उतारी, और काव्या ने मेरी पैंट नीचे खींच दी। मेरा 8 इंच का लंड तना हुआ और मोटा था। “आर्यन, तेरा लंड कितना शानदार है,” नेहा ने कहा और उसे हाथ में लेकर मसलने लगी। काव्या ने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे, और उसकी जीभ मेरे मुँह में घुस गई। मेरी वासना अब बेकाबू हो चुकी थी।
नेहा ने अपनी नाइटी उतारी। उसके स्तन नंगे हो गए। उसके निप्पल सख्त थे। “आर्यन, मेरे स्तन चूस,” उसने कहा। मैंने उसका एक स्तन मुँह में लिया और जोर से चूसने लगा। “आह… आर्यन… चूस… जोर से चूस…” नेहा सिसक उठी। काव्या ने भी अपनी नाइटी उतारी। उसकी चूत नंगी हो गई। उसके घने बाल गीले थे। “आर्यन, मेरी चूत चाट,” काव्या ने कहा। मैंने उसके पैर फैलाए और अपनी जीभ उसकी चूत पर फेरने लगा। “आह… आर्यन… चाट… मस्त चाट…” काव्या चीखी। नेहा ने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। “आह… नेहा… चूस… कमाल है…” मैं सिसका। मेरी बहनों की वासना मुझे पागल कर रही थी।
काव्या ने मुझे बिस्तर पर लिटाया। “आर्यन, मेरी चूत चोद,” उसने कहा। मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रगड़ा। “काव्या, ये ले,” मैंने कहा और एक जोरदार धक्का मारा। मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया। “आह… आर्यन… फट गई… आह…” काव्या चीखी। मैं उसके स्तन दबाते हुए उसे चोदने लगा। नेहा ने अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी। “आर्यन, मेरी चूत चाट,” उसने कहा। मैं उसकी चूत चाटने लगा। “आह… आर्यन… चाट… मस्त चाट…” नेहा सिसक उठी। मैं काव्या को चोद रहा था और नेहा की चूत चाट रहा था। मेरी बहनों की वासना मुझे दीवाना बना रही थी।
मैंने काव्या को आधा घंटा चोदा। “आर्यन, अब मेरी चूत चोद,” नेहा ने कहा। मैंने काव्या को हटाया और नेहा की चूत में अपना लंड डाला। “आह… आर्यन… फट गई… आह…” नेहा चीखी। मैं उसकी चूत जोर से चोदने लगा। काव्या ने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा। “आर्यन, मेरी गांड चोद,” उसने कहा। मैंने नेहा को चोदते हुए काव्या को पलट दिया। उसकी गांड गोल और मुलायम थी। मैंने उसकी गांड पर थूका और अपनी उंगलियाँ उसकी गांड में डालीं। “आह… आर्यन… धीरे…” काव्या सिसक उठी। फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाला। “आह… फट गई… आह…” वो रो पड़ी। मैं उसकी गांड चोदने लगा।
नेहा ने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे और मुझे चूमने लगी। “आर्यन, मेरी गांड भी चोद,” उसने कहा। मैंने काव्या को हटाया और नेहा को पलट दिया। उसकी गांड भी कमाल थी। मैंने उसकी गांड में अपना लंड डाला। “आह… आर्यन… फट गई… आह…” नेहा चीखी। मैं उसकी गांड चोदने लगा। काव्या ने मेरे लंड को चूसना शुरू किया। “आर्यन, तेरा लंड शानदार है,” उसने कहा। मैं नेहा को चोद रहा था, और काव्या मेरा लंड चूस रही थी। मेरी बहनों की वासना मुझे पागल कर रही थी। मैं नेहा की गांड में झड़ गया, और मेरा वीर्य उसकी गांड से बहने लगा।
उस रात के बाद नेहा और काव्या मुझे रोज चोदने बुलाने लगीं। जब मम्मी-पापा घर पर नहीं होते, वो मुझे अपने कमरे में ले जातीं। “आर्यन, तेरा लंड हमारा है,” वो कहतीं। एक बार उन्होंने मुझे बाथरूम में शॉवर के नीचे चोदा। “आर्यन, हमें फाड़ दे,” नेहा चीखी। मेरा लंड उनकी चूत और गांड में अंदर-बाहर कर रहा था। काव्या ने मेरे लंड को चूसा, और नेहा ने मेरी गांड में उंगलियाँ डालीं। मेरी बहनों की वासना मुझे पागल कर रही थी। मैंने उन्हें पूरी रात चोदा, और उनकी संतुष्टि की।
कभी-कभी वो मुझे किचन में चोदने बुलातीं। एक बार मैं किचन में बर्तन धो रहा था, तभी नेहा और काव्या आईं। उन्होंने मेरी पैंट नीचे खींची और मेरा लंड चूसने लगीं। “आर्यन, तेरा लंड कमाल है,” काव्या ने कहा। मैंने नेहा को टेबल पर झुकाया और उसकी चूत में अपना लंड डाला। “आह… आर्यन… चोद… जोर से चोद…” नेहा चीखी। काव्या ने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा और मेरे लंड को चूसा। मैंने नेहा को चोदा और काव्या की चूत में झड़ गया। मेरी बहनों की वासना मुझे पागल कर रही थी।
अब मार्च खत्म हो चुका है। मम्मी-पापा को कुछ पता नहीं, लेकिन नेहा और काव्या मुझे अब भी चोदती हैं। “आर्यन, तू हमारा भाई है, लेकिन हमारी वासना तू ही पूरी करता है,” वो कहती हैं। मेरा लंड उनकी चुदाई के बिना रह नहीं सकता। मेरी दो बहनों की वासना और मेरा प्यार एक अलग रास्ते पर चला गया, और हम तीनों एक-दूसरे की वासना का आनंद लेते हैं। मेरी बहनों की वासना मुझे पागल करती है, और मैं उनका प्यार और वासना दोनों पूरी करता हूँ।
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