मस्त मराठी स्टोरीज वाचा

हाय दोस्तों, मैं सन्नी अहुजा एक बार फिर आपके सामने हूँ, एक नई हॉट सेक्स स्टोरी लेकर। सुहागरात की कहानी और सेक्सी कहानियाँ लिखने का बहुत दिनों बाद मौका मिला। आपको मेरी पिछली कहानियाँ बहुत पसंद आईं। मुझे कई नए दोस्त मिले और कुछ भाभियों के ईमेल आए, जिनसे बात करके बहुत अच्छा लगा। तो चलिए, अब कहानी की ओर बढ़ते हैं।

ये घटना आज से 3 महीने पहले की है। मेरे मामा की बेटी की शादी थी और माहौल बहुत अच्छा था। मैं वहाँ शादी से 4 दिन पहले पहुँच गया और काम में जुट गया।

पहला दिन तो काम में ही निकल गया। अगले दिन मामा की बेटी की मौसी और उनका परिवार वहाँ आए। उनके साथ उनके काका और दो लड़कियाँ भी थीं – कोमल और नैना। नैना 12वीं में पढ़ रही थी, जबकि कोमल एमबीए फर्स्ट ईयर में थी। दोनों देखने में सुंदर थीं। नैना कम बोलती थी, लेकिन कोमल आते ही मुझसे घुलमिल गई। आपको तो पता ही है, दिल्ली की लड़कियाँ कितनी चालू होती हैं।

मैं कोमल को पटाने की कोशिश में लग गया। वैसे भी, कोई काम होता तो मामा मुझे कहते, “इसे अपने साथ ले जा, इसका टाइम पास हो जाएगा।” मैंने शादी के सारे काम कोमल के साथ मिलकर किए।

रात को सोने का वक्त हुआ। घर में इतने लोग आ गए थे कि जगह कम पड़ रही थी। मेरा घर मामा के घर से थोड़ी दूरी पर रोहतक के आर्यनगर में था, जबकि मामा का घर डीएलएफ में था। मैंने मामी से कहा, “मामी, मैं अपने घर जाकर सोता हूँ और सुबह जल्दी आ जाऊँगा।” मामी मान गईं, लेकिन जगह बहुत कम हो गई थी। इसलिए मामी ने कोमल और नैना को मेरे साथ भेज दिया। दोस्तों, मैं कोमल को पटाना चाहता था, लेकिन ये नहीं पता था कि वो मेरे घर सोने आएगी।

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खैर, मैं, कोमल और नैना मेरे घर पहुँचे। हमने कपड़े बदले। नैना और कोमल एक कमरे में सो गए, और मैं दूसरे कमरे में।

रात को 1 बजे कोमल पानी पीने के लिए उठी। किचन में गई और फ्रिज से पानी ले रही थी। शायद उसे करंट लगा, और उसने मुझे जोर से पुकारा। मैं पहुँचा तो वो नीचे गिरी हुई थी।

मैंने उसे उठाया और अपने कमरे में ले गया। उसे पानी पिलाया और कुछ देर अपने कमरे में लिटाया। थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हुई, और हम बातें करने लगे। बात करते-करते कोमल वहीं सो गई।

वो तो सो गई, लेकिन मुझे अब नींद नहीं आ रही थी। मैंने लाइट बंद की और उसके पास लेट गया।

जब मुझे लगा कि वो सो गई है, मैं उसे चिपककर लेट गया। उसकी साँसें मुझे महसूस हो रही थीं। दोस्तों, ऐसी खूबसूरत लड़की, जिसका फिगर 34-30-34 हो, मेरे लिए खुद को कंट्रोल करना मुश्किल था। मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा। उसने कुछ नहीं किया। मैं उसके करीब लेटा रहा।

मेरी हिम्मत धीरे-धीरे बढ़ी। उसने गाउन पहना था, और उसकी नंगी जाँघें थोड़ी दिख रही थीं। मैंने उन पर पैर फेरना शुरू किया। वो वैसे ही पड़ी रही।

मैं कंट्रोल नहीं कर पा रहा था। मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और वैसे ही पड़ा रहा, जैसे मैं सो रहा हूँ। मैं उसे किस करने लगा और गलती से बोल पड़ा, “शिल्पा, आई लव यू।” वो चौंककर खड़ी हो गई और बोली, “ये क्या कर रहा है? कौन है ये शिल्पा?”

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मैंने माफी माँगते हुए कहा, “शिल्पा मेरी गर्लफ्रेंड थी, जिसकी अब शादी हो गई है। मैं सोते वक्त तुझे शिल्पा समझकर किस कर रहा था।”

दोस्तों, मेरे किस ने काम कर दिखाया। मैं उसे चिपक गया, और उसने कोई विरोध नहीं किया। मैं उसे किस करने लगा, और वो भी मेरा साथ देने लगी।

मैंने उसका गाउन उतार दिया। वो मेरे सामने काली पैंटी और ब्रा में थी। उसने देर न करते हुए मेरी चड्डी और टी-शर्ट उतार दी। दोस्तों, मैं हैरान था कि उसने एक बार भी मना नहीं किया। मैंने उसकी ब्रा उतारी। उसके निप्पल मेरे सामने थे। मैं उन्हें चूसने लगा, और वो “उम्म्म… स्स्स…” करने लगी।

मैं उसे चूस रहा था कि उसने अपना हाथ मेरे अंडरवियर में डाला और मेरा लंड सहलाने लगी। मैंने भी देर न करते हुए उसकी पैंटी मुँह से उतार दी। वो भी कमाल की थी – उसने मेरी अंडरवियर अपने मुँह से खींचकर उतार दी।

उसने मेरी अंडरवियर उतारते ही मेरा लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी। दोस्तों, वो लंड ऐसे चूस रही थी जैसे उसे खा ही जाएगी। 5-7 मिनट बाद मेरा वीर्य उसके मुँह में चला गया, और उसने उसे पी लिया।

अब मेरी बारी थी। मैं उसकी चूत चाटने लगा और हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा। जब मैं निप्पल दबाता, तो उसके आवाज बढ़ जाते।

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थोड़ी देर चूसने के बाद उसका पानी निकल गया। मैंने उसे चाटकर साफ किया। उसकी आँखें नशीली हो गई थीं। उसने मेरा लंड फिर मुँह में लिया और चूसकर खड़ा कर दिया।

मैंने अपना लंड उसकी चूत पर सेट किया और धक्का मारा। मेरा लंड उसकी चूत में चला गया। फिर वो मेरे ऊपर आ गई और उछलने लगी। दोस्तों, क्या उछाल मार रही थी! उसने मेरा लंड पूरा अंदर ले लिया।

ये काफी देर चला। फिर मैं उसके ऊपर आया और जोर-जोर से धक्के देने लगा। उसकी चूत गीली हो गई थी, और लंड आसानी से अंदर-बाहर हो रहा था।

“फच-फच” की मस्त आवाजें आ रही थीं।

कुछ देर चोदने के बाद हम दोनों ने एक साथ पानी छोड़ दिया। उसे चोदकर बहुत मजा आया।

मैंने उससे पूछा, “कितने बॉयफ्रेंड हैं?”

उसने सीना फुलाकर कहा, “दो हैं।”

मैंने कहा, “तभी इतने आराम से खा गई।”

वो बोली, “हाँ, मैंने उनके साथ कई बार चुदाई की है।”

हम दोनों का मन अभी भरा नहीं था। हमने एक राउंड और लिया।

सुबह 7 बजे उठकर मैंने उसकी गांड मारी, जो उसने पहली बार मरवाई थी।

मैंने उसके निप्पल चूस-चूसकर लाल कर दिए।

अब वो मेरी गर्लफ्रेंड भी बन गई थी। उसने मुझे अपनी शादीशुदा दोस्त नीतिका की चूत दिलवाई। वो कहानी फिर कभी लिखूँगा। हमारी चुदाई चलती रही।

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