नमस्ते दोस्तों, ये मेरी कहानी का तीसरा भाग है। इसे पहले भाग जरूर पढ़िए: भोगी भाई मेरे जिस्म का प्यासा-2
अब कहानी को आगे बढ़ाती हूँ…
उसने अब अपनी लुंगी निकाल दी और वो अपने लंड पर हाथ फेर रहा था। मैं उसके लंड को देखकर डर गई, क्योंकि उसका लंड गधे जैसे मोटा और लंबा था। मैं ऐसा लंड पहली बार देख रही थी, और उसका लंड पूरा काला था।
मैंने अपनी चूत में उंगली डालकर उसे सबके सामने फैला दिया, फिर वो चारों हँसने लग गए।
भोगी – साली देख मुझसे पंगा लेने का अंजाम, तुझे बड़ा गुरूर था ना अपने रूप पर। देख आज मेरे सामने तू कैसे नंगी अपनी चूत फैलाकर बैठी है।
ये कहते ही उसने अपनी मोटी-मोटी 2 उंगलियाँ मेरी चूत में डाल दी। इससे मैं एकदम सिहर उठी, मैं भी अब गर्म होने लग गई थी। मेरा दिल तो नहीं चाह रहा था, पर जिस्म उसकी बात नहीं सुन रहा था।
उसकी उंगलियाँ कुछ देर तक अंदर खलबली मचाने के बाद जब वो बाहर आई तो उस पर मेरी चूत का पानी लगा हुआ था। उसने अपनी उंगलियों को सूँघा और वो बोला – अब तो ये रंडी गर्म होने लग गई है।
फिर उसने अपनी वो उंगलियाँ मेरे होंठों के पास रखी और वो बोला – चाट इसे।
मैंने अपनी जीभ बाहर निकाली और अपनी चूत के पानी को मैंने पहली बार टेस्ट किया। फिर सब के सब एकदम मेरे जिस्म पर टूट पड़े, कोई मेरे बूब्स को मसल रहा था तो कोई मेरी चूत में उंगलियाँ डाल रहा था।
मैं उनके बीच में छटपटा रही थी, तभी भोगी भाई ने सब को रुकने का इशारा किया। मैंने देखा उसका लंड मेरे पास आ रहा है, फिर उसने मेरा सिर पकड़ा और अपने लंड पर दबा दिया।
भोगी – साली इसे मुंह में ले और अपना मुंह खोल।
मैंने झिझकते हुए अपना मुंह खोला तो उसका लंड अंदर घुसता चला गया। बड़ी मुश्किल से मैं उसके लंड को मुंह में ले पा रही थी, वो ऊपर से मेरे सिर को अपने लंड पर दबा रहा था।
उसका लंड अब मेरे गले के अंदर जाकर फँस गया, मेरा तो एकदम से दम ही घुटने लग गया था। मैं जोर से झटपटाने लग गई, उसने अपने हाथों को जोर से मेरे सिर से हटाया तो मुझे कुछ पल के लिए राहत मिली।
तो मैंने अपना सिर ऊपर किया, पर जैसे ही थोड़ा सा लंड बाहर आया उसने फिर से मेरा सिर नीचे लंड पर दबा दिया। इस तरह वो मेरे मुंह में अपना लंड अंदर-बाहर करने लग गया। मैंने कभी लंड चूसवाया नहीं किया था, इसलिए मुझे शुरू-शुरू में काफी दिक्कत हो रही थी।
पर धीरे-धीरे मुझे उसके लंड की आदत हो गई, अब मेरा पूरा जिस्म गर्म हो गया था और मेरी चूत भी गीली हो गई थी। बाकी तीनों मेरे जिस्म को मसल रहे थे।
फेस फक करवाते हुए अब मेरा मुंह दर्द करने लग गया था, पर वो मुझे छोड़ ही नहीं रहा था। करीब 20 मिनट तक मेरा मुंह चोदने के बाद उसका लंड झटके खाने लग गया था। फिर उसने अपना लंड मेरे मुंह से बाहर निकाला।
भोगी – साली मुंह खोलकर रख अपना।
मैंने मुंह खोला तो उसके लंड का काफी सारा पानी मेरे मुंह में चला गया, ये आदमी ये सब अपने कैमरे में कैद कर रहा था। जब मेरा मुंह उसके लंड के पानी से भर गया तो बाकी मुंह से निकलकर मेरे बूब्स और मुंह पर गिरने लग गया।
उसका चमचा बोला – बॉस एक बूंद भी बेकार नहीं होनी चाहिए।
उसने अपनी उंगलियों से मेरे बूब्स और आस-पास गिरी हुई पानी को मेरे मुंह में डाल दिया। मुझे मन मारकर सारा का सारा पीना ही पड़ा।
भोगी – चल अब इस रंडी को बेडरूम में ले जा।
दो आदमी मुझे उठाकर बेडरूम में ले गए, बेडरूम में एक बड़ा सा बेड था। उन्होंने मुझे बेड पर पटक दिया, भोगी भाई अपने हाथों में ग्लास लेकर बेड के पास एक चेयर पर बैठ गए।
भोगी – चलो अब शुरू हो जाओ मेरे चमचों।
फिर वो तीनों मुझ पर टूट पड़े, मेरी टाँगें फैलाकर एक ने अपना मुंह मेरी चूत पर चिपका दिया। वो अपनी जीभ से मेरी चूत को चाट और चूस रहा था, उसकी जीभ मेरे अंदर गर्मी फैला रही थी।
मैंने उसके सिर को पकड़कर अपनी चूत पर जोर से दबाकर रखा, अब मेरे मुंह से आहह आह्ह की आवाजें निकल रही थी।
मैं अपने आप पर काबू रखने के लिए अपने सिर को झटक रही थी, पर मेरा जिस्म मेरे काबू में नहीं था। बाकी दोनों वो मेरे बूब्स और निपल्स में अपने दाँत गाड़ रहे थे।
फिर एक ने मेरे मुंह में अपना लंड डाल दिया, और फिर भोगी भाई बोले – साला ग्रुप सेक्स का अपना ही एक अलग मजा है।
भोगी भाई का लंड लेने के बाद इन आदमियों का लंड मुझे किसी बच्चे जैसा लग रहा था। और वो बहुत ही जल्दी भी झड़ गए थे, अब जो आदमी मेरी चूत को चूस रहा था। अब वो मेरी चूत से अलग हुआ, मैंने अपनी चूत को उठाया ताकि वो अपनी जीभ अंदर डाल दे।
पर उसका इरादा और कुछ ही था, उसने मेरी दोनों टाँगें मोड़कर अपने कंधे पर रख ली और फिर उसने एक झटके में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। इस अचानक हुए हमले से मैं छटपटा गई।
अब वो मेरी चूत में जोर-जोर से झटके मारने लग गया, दूसरा जो मेरे बूब्स को मसल रहा था। वो मेरे बूब्स पर सवार कर मेरे मुंह में अपना लंड डालने लग गया।
फिर वो मेरे मुंह को अच्छे से चोदने लग गया, उसके टट्टे मेरी ठुड्डी से रगड़ खा रहे थे। वो दोनों जोर-जोर से धक्के मार रहे थे, मेरी चूत अब अपना पानी निकालने लग गई थी।
मैं चिल्लाना चाह रही थी, पर मेरे मुंह से सिर्फ उम्म हम्म की आवाज निकल रही थी। फिर उन दोनों का पानी साथ में ही निकल गया, और वो दोनों मेरे जिस्म पर लुढ़क कर गिर गए।
मैं जोर-जोर से साँस ले रही थी, मैं बुरी तरह से थक गई थी। पर मेरे नसीब में आज आराम नहीं लिखा था। उनके हटते ही भोगी उठा और वो मेरे पास आकर मुझे उसने खींचकर उठाया, और उसने मुझे बेड के किनारे पर लेटा दिया।
फिर वो नीचे खड़ा होकर मेरी चूत में अपना लंड डालने लग गया, उसने एक ही धक्के में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। मेरी चूत गीली थी, इसलिए उसका मोटा लंड मेरी चूत को चीरता हुआ मेरी चूत में चला गया।
मुझे ऐसा लगा मानो अभी उसका लंड मेरे मुंह में से बाहर आ जाएगा। फिर वो जोर-जोर से धक्के मारने लग गया, बेड में भी से अब आवाजें आ रही थी। फिर मेरी क्या हालत हो रही होगी, आप जरा इसका अंदाजा लगाओ।
मैं चिल्लाते हुए सिर्फ आह्ह आह्ह प्लीज मुझे जाने दो छोड़ दो मुझे आह्ह प्लीज कह रही थी।
पर वो अपनी स्पीड को और भी तेज करते जा रहा था, पूरे रूम में अब फच-फच की आवाजें गूँज रही थी। बाकी तीनों मेरे पास आए और करीब से मेरी चुदाई का नजारा लेने लग गए।
मैं बस भगवान से ये ही दुआ कर रही थी, कि उसके लंड का पानी जल्दी निकल जाए। पर पता नहीं वो किस चीज का बना हुआ था, उसकी स्पीड कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी।
करीब 30 मिनट तक मुझे चोदने के बाद उसने अपना सारा पानी मेरी चूत में डाल दिया। मेरे मुँह के बल बिस्तर पर गिर गई, मेरा पूरा जिस्म अब टूट चुका था, और मेरा गला सूख रहा था।
मैं पानी-पानी कह रही थी, इसलिए किसी ने मेरे होंठों पर पानी का ग्लास लगा दिया। मेरे होंठ लंड के पानी से भीगे हुए थे, पहले मैंने उन्हें साफ किया और फिर पानी पिया।
पानी पीने के बाद मेरे जिस्म में कुछ जान आई, वो तीनों फिर से मेरे जिस्म से चिपक गए। अब मैं बेड के किनारे पर पैर लटकाकर बैठ गई थी। एक का लंड मेरे बूब्स के बीच में था।
और बाकी दोनों के लंड बारी-बारी से मैं मुंह में लेकर चूस रही थी, वो मेरे बूब्स को जोर-जोर से चोद रहा था। मैं अपने दोनों हाथों से अपने दोनों बूब्स को उसके लंड की तरफ दबा रही थी।
उसने मेरे बूब्स में ही अपना पानी निकाल दिया, फिर बाकी दोनों ने मुझे बारी-बारी से कुतिया बनाकर चोदा। उनके लंड का पानी निकालने के बाद वो दोनों भी चले गए।
अब मैं बेड पर नंगी लेटी हुई थी, मेरे दोनों पैर फैले हुए थे। और अभी भी मेरे पैरों में हाई हील सैंडल थे, मेरी चूत में से लंड का पानी निकलकर बेड पर गिर रहा था।
मेरे बाल, मेरा चेहरा, मेरे बूब्स सब पर लंड का पानी फैला हुआ था। मेरे बूब्स पर दाँतों के निशान थे जो अब लाल हो चुके थे। भोगी भाई मेरे पास खड़े होकर मेरे जिस्म की फोटोज ले रहे थे।
मैं उन्हें मना करने की हालत में नहीं थी, मेरा गला तक दर्द हो रहा था। भोगी भाई मेरे पास आए और मेरे निपल्स पकड़कर मुझे अपनी खींचने लग गए।
मुझे बहुत दर्द हुआ और मैं उनके जिस्म से जाकर सट गई।
नेक्स्ट पार्ट पब्लिश हो चुका है, तो देर किस बात की अभी पढ़िए!
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