हाय रीडर्स, अब मैं अपनी आगे की चुदाई की कहानी बताती हूँ। इससे पहले “शादी से पहले नंदोई संग सुहागरात-1” जरूर पढ़ लेना।

अब आगे…

वहाँ टेबल पर दारू और बीयर रखी हुई थी। उन्होंने मुझे बीयर पिला दी। फिर उन्होंने मुझे सोफे पर बिठा दिया और बैठकर मेरे बूब्स को चूसने लग गए।

मेरी सिसकियाँ निकल गईं, मैंने पैर से उनके लंड को मसल दिया। इतने में दीदी का कॉल मेरे नंदोई के पास आ गया। उस वक्त मैं उनकी गोद में आधी नंगी बैठी थी।

दीदी – कहाँ रह गए, सब ठीक तो है ना?

नंदोई – हाँ जान, मैंने उन दोनों को रूम में भेज दिया है। मेरे साले ने कुछ ज्यादा ही पी ली है, इसलिए उर्वशी थोड़ा घबरा गई है। इसीलिए मैं नीचे बार में हूँ, कहीं मेरा साला कोई गलती न कर दे।

दीदी – कोई बात नहीं, आपने सही किया, पर अब आप खुद मत पीना।

फिर उन्होंने फोन बंद कर दिया और मेरी दोनों टाँगें खोलकर मेरी चूत को देखने लग गए। मैंने अपनी चूत पूरी तरह शेव कराई थी, उस पर उन्होंने अपने होंठ रख दिए।

जिससे मैं पागल हो उठी, अब मैं उनसे अपनी चूत चुसवाने लग गई।

वो – आह आह मेरी जान, क्या मस्त चूत है तेरी, एकदम जवां है।

मैं शरमा गई और फिर वो मुझे बिस्तर पर उठाकर ले गए। फिर उन्होंने मेरे बूब्स पर बीयर डाली और उसे चाटने लग गए।

मैं – आह आह नंदोई जी, अच्छे से चाटो मेरे बूब्स को।

वो – भाभी, कसम से मैंने आज तक तुम जैसी जवां लड़की नहीं चोदी।

मैं – दीदी भी तो सुंदर हैं।

वो – हाँ, पर मेरे इस चाँद के सामने उसका रंग फीका है।

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बातें करते हुए मैंने उन्हें नंगा कर दिया, और फिर उन्हें धक्का देकर मैंने उनके अंडरवियर से उनका लंड बाहर निकाल दिया। उसे देखकर मैं काँपते हुए बोली – इतना लंबा?

मैंने कसम से इतना लंबा और मोटा लंड कभी अपनी चूत में नहीं लिया था। और वो मुझे बोले – मेरी जान, मेरी दिलबर, अब इसे जमकर चूसो ना।

मैं भी नशे में थी, तो मैं कुछ भी बक रही थी। फिर मैं उनके ऊपर 69 की पोजीशन में आकर उनका लंड चूसने लग गई, और वो मेरी चूत को खूब चूसने लग गए।

मैं – आह आह अब मुझसे रुका नहीं जा रहा है, आओ अब अपनी भाभी की चूत को चोद दो।

वो – ह्म्म बेबी।

फिर उन्होंने मेरी टाँगें खोल लीं, और वो बीच में आ गए। मैंने अपने हाथ से उनका लंड पकड़कर अपनी चूत पर रख दिया। फिर उन्होंने जोर लगाया और लंड का सिर मेरी चूत में घुस गया।

पर मैंने बेडशीट को कसकर पकड़ लिया था, फिर धीरे-धीरे उन्होंने अपना लंबा लंड मेरी चूत में डाल दिया।

वो – आह आह भाभी, क्या मस्त चूत है तेरी, एकदम चिकनी है। अब देख साली रंडी, तेरा नंदोई आज तेरी कैसे रेल बनाता है।

मैं – आह साले, आज मुझे रगड़कर मेरी चूत फाड़ दे, और कुत्ते, आज मुझे अपनी कुतिया बनाकर चोद।

मेरे मुँह से ये सब सुनकर उसमें जोश आ गया और वो बोला – बहनचोद, देखती जा अब साली रंडी, तेरी चूत मैं कैसे चोदता हूँ, ये ले बहन की लोड़ी।

मैं – आह आह उई माँ, तू एक असली मर्द है कमीने आह। तुझसे अच्छा लंड मैंने आज तक नहीं लिया है।

कुछ देर में उसने मेरी दोनों टाँगें अपने कंधे पर रख लीं, जिससे उसका पूरा लंड मेरी चूत में मेरी बच्चेदानी तक लग रहा था। मुझे अब जन्नत का मजा आ रहा था।

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उसके बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया, और पीछे से मुझे जोर-जोर से चोदने लग गया।

मैं – साले और तेज चोद।

फिर उसने चोदते हुए मेरी गांड में खाली बीयर की बोतल घुसा दी।

मैं – हाय साले कुत्ते, ये क्या कर रहा है?

वो – चल साली कुतिया, चुप कर।

फिर वो मेरे बाल खींचकर मेरी गांड पर थप्पड़ मारता हुआ, मेरी गांड में बोतल डाल रहा था। फिर उसने बोतल को साइड में किया, और चूत से लंड निकालकर मेरी गांड में डाल दिया।

मैं – आह आह बहुत बढ़िया।

वो मेरी गांड को मारने लग गया, साथ ही वो मेरे बूब्स को मसलने लग गया। फिर उसने चूत में लंड डाल दिया और मेरी चूत को वो जोर-जोर से चोदने लग गया।

अब मैं झड़ने वाली थी, तो वो बोला – आह आह आह ये साली आह कुतिया।

फिर उसने अपना सारा पानी मेरी चूत में डाल दिया, उसका सारा पानी मेरी बच्चेदानी पर निकला था। जिससे मुझे बहुत ज्यादा मजा आया था।

फिर उसने अपना लंड मेरे मुँह में डालकर मुझसे चुसवाकर साफ करवाया। करीब 3:30 बजे हम बाथरूम में गए और हम दोनों ने शावर लिया। फिर मैंने कपड़े पहने और मैं अपने रूम में आ गई।

फिर मैंने जाते ही पूरे बेड को खराब कर दिया, और खुद के कपड़े निकाले और उन्हें भी नंगा करके मैं उनके साथ लेट गई।

सुबह के 7 बजे मैंने अपने ऊपर किसी को पाया, वो मेरे पति देव थे। मैं सोने की एक्टिंग कर रही थी, उन्होंने मुझे प्यार से उठाया और मैं चुपचाप बाथरूम में गई और नाराज होने की एक्टिंग करने लग गई।

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पति – जान, क्या हुआ?

मैं – कल आपने इतनी क्यों पी ली थी, आपने सोचा नहीं कि कल हमारी पहली रात थी। आपने नशे में मेरे अंग-अंग को रौंद दिया था।

पति – सॉरी जान, आगे से ऐसा कुछ नहीं होगा।

मैं – आपने बिना किसी प्रोटेक्शन के सब कुछ मेरे साथ किया। अभी मैं आपके साथ एंजॉय करना चाहती हूँ, मैं अभी माँ नहीं बनना चाहती।

पति – ठीक है, अब मैं बाहर निकाल लिया करूँगा, पर आज किस्मत पर छोड़ दो।

उसके बाद अगली रात मेरे पति देव ने मुझे चोदा, आज उन्होंने कम पी रखी थी। जैसे ही उनका निकलने वाला था, तो उन्होंने अपना लंड बाहर निकालकर मेरे मुँह में डाल दिया।

दोस्तो, यही मेरी चुदाई की कहानी है। जब-जब मुझे अपने नंदोई से चुदने का मौका मिलता है, मैं उनसे जरूर चुदती हूँ। और फिर शादी के बाद ही मेरी डेट आनी बंद हो गई।

और मैं माँ बन गई। आज मेरा वो बच्चा मेरे पति का भी है और मेरे नंदोई का भी। क्योंकि पहली रात उनका ही पानी मेरे अंदर गया था, और उसके बाद का सारा पानी मैंने अपने पति का पिया था।

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