एक हॉट, सेक्सी और उत्तेजक चुदाई की कहानी – रानी, 25 साल की एक जवान और गोरी बहू थी। उसके स्तन बड़े, गोल और रसीले थे, मानो दो पके हुए तरबूज, जो उसकी साड़ी या नाइटी से हमेशा बाहर झाँकते थे। उसके निप्पल गुलाबी और सख्त थे, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के-हल्के दिखते थे और उसकी जवानी की आग को बयान करते थे। उसकी कमर पतली थी, और उसकी गांड बड़ी, नरम और गोल थी, जो चलते वक्त लचकती थी और मर्दों की नजरें वहीँ ठहर जाती थीं। उसकी जाँघें मोटी और चिकनी थीं, जैसे मलाई की परतें, और उसकी चूत की गर्मी उसके चेहरे से छिप नहीं पाती थी। रानी कोलकाता में अपने पति और ससुर के साथ रहती थी। उसका पति, राहुल, 30 साल का था, लेकिन वह बिस्तर पर रानी को कभी संतुष्ट नहीं कर पाता था। उसका लंड छोटा और कमजोर था, और वह दो मिनट में झड़ जाता था। लेकिन उसके ससुर, मोहन ने, उसे कमरे में बुलाकर चोदा और उसकी जवानी की प्यास बुझाई। यह है रानी और उसके ससुर की हवस और चुदाई की कहानी।

**शुरुआत: ससुर की हवस और रानी की जवानी**

मार्च 2025 की बात है। कोलकाता में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी, और रानी के शरीर में जवानी की आग भड़क रही थी। राहुल रात को उसकी चूत में लंड डालता, दो मिनट में झड़ जाता और सो जाता। “रानी, अब सो जा,” वह कहता और उसे अधूरी छोड़ देता। रानी की चूत गीली और भूखी रह जाती थी। वह अपनी उंगलियों से खुद को शांत करने की कोशिश करती, लेकिन वह आग बुझती नहीं थी। “मुझे एक मस्त, मोटा लंड चाहिए,” वह रात को अकेले में बुदबुदाती। उसकी जवानी बेकाबू हो रही थी।

मोहन, रानी का ससुर, 55 साल का था, लेकिन अभी भी ताकतवर और मजबूत था। उसकी चौड़ी छाती और मोटे हाथ अभी भी जवान लगते थे। उसकी आँखों में एक भूख थी, जो रानी को हमेशा निहारती थी। जब रानी साड़ी पहनकर घर में घूमती, मोहन की नजरें उसके स्तनों और गांड पर टिक जाती थीं। “रानी, तू बहुत खूबसूरत है,” वह हँसते हुए कहता। रानी शरमा जाती, लेकिन मोहन की बातें उसकी चूत को गीला कर देती थीं। एक बार रानी रसोई में थी। उसकी साड़ी भीग गई थी, और उसके स्तन ब्लाउज से बाहर आने को बेताब थे। मोहन पीछे आया। “रानी, क्या बना रही है?” उसने कहा और उसकी कमर पर हाथ रख दिया। “आह… ससुर जी…” रानी सिहर उठी। “रानी, तेरी जवानी मुझे पागल कर देती है,” मोहन ने फुसफुसाया और चला गया। उस दिन से रानी की चूत मोहन के लिए तड़पने लगी।

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**कमरे में बुलाकर चुदाई**

20 मार्च की रात थी। राहुल ऑफिस के काम से शहर से बाहर गया था। घर में सिर्फ रानी और मोहन थे। रानी रात को नहाकर लाल नाइटी पहनी थी। उसकी नाइटी उसके स्तनों से चिपकी थी, और उसके निप्पल सख्त होकर दिख रहे थे। मोहन ने उसे अपने कमरे में बुलाया। “रानी, जरा इधर आ,” उसने कहा। रानी उसके कमरे में गई। मोहन ने सिर्फ लुंगी पहनी थी, और उसका लंड लुंगी से तनकर दिख रहा था। “ससुर जी, क्या हुआ?” रानी ने पूछा। “रानी, मुझे तेरी जवानी चाहिए,” मोहन ने हिम्मत जुटाकर कहा। रानी चौंकी, लेकिन उसकी चूत गीली हो गई।

मोहन ने रानी को पास खींचा और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। रानी की जीभ उसके मुँह में चली गई, और उसकी जीभ रानी के साथ खेलने लगी। “आह… ससुर जी…” रानी सिसकारी। “रानी, मुझे तेरी चूत चोदनी है,” मोहन ने फुसफुसाया। रानी ने कुछ नहीं बोलने का फैसला किया, क्योंकि उसकी चूत उसे पुकार रही थी। मोहन ने उसकी नाइटी उतारी। रानी के स्तन नंगे हो गए। उसके निप्पल सख्त थे। “रानी, तेरे स्तन लाजवाब हैं,” मोहन ने कहा और एक स्तन मुँह में लिया। वह उसे चूसने लगा। “आह… ससुर जी… चूसो… जोर से चूसो…” रानी चीखी। मोहन का दूसरा हाथ उसके दूसरे स्तन को मसल रहा था। रानी के स्तन लाल हो गए। मोहन ने उसके पैर फैलाए। रानी की चूत नंगी हो गई। उसके घने बाल गीले थे। “रानी, तेरी चूत कितनी गर्म है,” मोहन ने कहा और अपनी उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दीं। “आह… ससुर जी… डालो…” रानी चिल्लाई।

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**चुदाई का मजा**

मोहन ने रानी की चूत में दो उंगलियाँ डालीं। “आह… ससुर जी… चोदो मुझे…” रानी तड़पकर बोली। मोहन ने अपनी लुंगी उतारी। उसका 9 इंच का लंड तना हुआ और मोटा था। उसकी टोपी गीली थी। “रानी, ये देख मेरा लंड,” मोहन ने कहा। “ससुर जी, ये कितना बड़ा है,” रानी ने आँखें फाड़कर कहा। मोहन ने उसके चूत पर लंड रगड़ा। “रानी, ले ये,” उसने कहा और एक जोरदार धक्का मारा। उसका लंड रानी की चूत में पूरा घुस गया। “आह… ससुर जी… फट गई… आह…” रानी चीखी। मोहन का लंड उसकी चूत को चीर रहा था। वह उसके स्तन दबाते हुए उसे चोदने लगा। “रानी, तेरी चूत टाइट है,” मोहन ने कहा। हर धक्के के साथ रानी की गांड बिस्तर पर टकरा रही थी। “ससुर जी, जोर से चोदो… मेरी चूत फाड़ दो,” रानी चीख रही थी।

मोहन ने रानी को आधा घंटा चोदा। “रानी, अब तेरी गांड चोदता हूँ,” उसने कहा। उसने उसे पलटा। रानी की गांड गोल और नरम थी। मोहन ने उसकी गांड पर थूका। “ससुर जी, धीरे,” रानी ने कहा। मोहन ने अपनी उंगलियाँ उसकी गांड में डालीं। “आह… ससुर जी…” रानी सिसकारी। फिर मोहन ने अपना लंड उसकी गांड में डाला। “आह… फट गई… आह…” रानी रो पड़ी। “रानी, तेरी गांड शानदार है,” मोहन ने कहा और उसकी गांड चोदने लगा। उसकी उंगलियाँ उसकी चूत में थीं। “ससुर जी, मेरी चूत भी चोदो,” रानी ने कहा। मोहन ने उसे फिर पलटा और उसकी चूत में लंड डाला। “रानी, तेरी चूत में झड़ता हूँ,” उसने कहा। उसने उसे चोदा और उसकी चूत में झड़ गया। उसका गर्म वीर्य रानी की चूत से बह रहा था। “ससुर जी, आपने मुझे पागल कर दिया,” रानी हाँफते हुए बोली।

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**रोज की चुदाई**

उस रात के बाद मोहन रानी को रोज चोदने लगा। जब राहुल सो जाता, मोहन उसे अपने कमरे में बुलाता। “रानी, तेरी चूत मेरी है,” वह कहता। एक बार उसने उसे बाथरूम में शॉवर के नीचे चोदा। “ससुर जी, मुझे फाड़ दो,” रानी चीखी। मोहन का लंड उसकी चूत और गांड में अंदर-बाहर कर रहा था। कभी-कभी वह उसे रसोई में चोदता। “रानी, तेरी गांड चाहिए,” वह कहता और उसे मेज पर घोड़ी बनाकर चोदता।

**आज की हकीकत**

अब मार्च खत्म होने को है। राहुल को कुछ नहीं पता, लेकिन मोहन रानी को रोज चोदता है। “रानी, तू मेरी रंडी है,” वह कहता है। रानी की चूत उसकी चुदाई के बिना रह नहीं सकती। ससुर ने कमरे में बुलाकर बहू की चुदाई की, और रानी की हवस मोहन के साथ पूरी हुई।

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