मस्त मराठी स्टोरीज वाचा

मेरा नाम कमल है। मैं 22 साल का एक जवान लड़का हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड का नाम श्वेता है, और उसकी उम्र 21 साल है। उसका फिगर बहुत ही मस्त है, और वो दिखने में बहुत ही आकर्षक है।

वो एकदम गोरी-चिट्टी है, और उसके बाल लंबे और काले हैं। उसकी हाइट 5 फीट 5 इंच है, और उसका सेक्सी फिगर साइज़ 36-25-38 है।

ये करीब 2 साल पहले की बात है, जब हम दोनों घर से बाहर आगरा में एक कमरे में रहकर पढ़ाई करते थे। मैंने अपने कमरे में पढ़ने के लिए कुछ सेक्सी किताबें रखी हुई थीं, जो एक दिन श्वेता के हाथ लग गईं।

इसलिए मैं अपने लंड और वो अपनी चूत की प्यास नहीं रोक सके।

श्वेता बोली, “मैं तुम्हारी पत्नी बन जाती हूँ। मुझे अपनी ही समझो और मेरे साथ सेक्स करो।”

वो जींस और शर्ट में आई और बोली, “चलो, शुरू हो जाओ।”

उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया, और वो मेरे होंठों को बुरी तरह से चूसने लग गई। इससे मैं भी जोश में आ गया, और मैं उसे किस करने लग गया। मैंने उसे अपनी बाहों में दबाने लग गया और उसे खींचकर बेड पर लिटा दिया।

अब मैं उसके ऊपर आ गया और उसे चूमने लग गया। 10 मिनट तक मैं उसे चूमता रहा। फिर मैंने अपनी शर्ट खोल दी और उसके बाद मैंने उसकी ब्रा उतार दी।

जैसे ही मैंने उसकी ब्रा खोली, उसके दूध उछलकर बाहर आ गए। मैं उन्हें देखकर दबाने लग गया। कितने दिनों बाद इसके बूब्स मुझे देखने और दबाने को मिले थे।

फिर मैंने उसके निप्पल्स को मुँह में लेकर चूसने लग गया, जिससे उसके मुँह से “आह आह” की आवाज़ें निकलने लग गईं। मैं उसे चूसता ही जा रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने उसकी जींस खोलकर उसकी पैंटी निकाल दी।

उसकी चूत बहुत गर्म थी, और उसकी चूत पानी छोड़ रही थी। इस वजह से उसकी पैंटी पूरी तरह भीग चुकी थी। अब मैं उसकी चूत को खोलकर चाटने लग गया। अब वो जोर-जोर से “आह आह” कर रही थी।

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वो मेरे लंड को हाथ में लेकर खींच रही थी और उसे कसकर दबा रही थी। फिर श्वेता ने अपनी कमर को ऊपर उठा लिया और मेरे खड़े हुए लंड को अपनी जाँघों के नीचे रगड़ने लग गई।

वो मेरी तरफ करवट लेकर लेट गई थी, ताकि वो मेरे लंड को ठीक तरह से पकड़ सके। उसके बूब्स मेरे मुँह के बिल्कुल पास थे, और मैं उन्हें कस-कसकर दबा रहा था।

अचानक उसने अपने बूब्स को मेरे मुँह में ठूँसते हुए कहा, “चूसो इन्हें अच्छे से।”

मैंने उसके एक बूब को अपने मुँह में भर लिया और उसे जोर-जोर से चूसने लग गया। थोड़ी देर में मैंने उसके बूब्स को मुँह से बाहर निकाला और मैं बोला, “मैं हमेशा से तुम्हारे इन कसे हुए बूब्स की चुसाई के बारे में सोचता था। इन्हें चूसने के बारे में सोचता था। मेरा मन करता था कि मैं इनका सारा रस पी लूँ। लेकिन मैं डरता था कि पता नहीं तुम मेरे बारे में क्या सोचोगी। लेकिन तुम्हें नहीं पता कि तुमने मुझे और मेरे लंड को कितना तड़पाया है।”

श्वेता, “अच्छा, तो आज तुम अपनी सारी तमन्ना जी भरकर पूरी कर लो। और आज मैं पूरी की पूरी तुम्हारी हूँ। तुम्हारा जैसा मन है, वैसे मुझे जमकर चोदो।”

फिर क्या, मुझे श्वेता की तरफ से हरी झंडी मिलते ही मैं उसके बूब्स पर टूट पड़ा। मेरी जीभ उसके कड़े निप्पल्स पर घूम रही थी। मैंने अपनी जीभ श्वेता के उभरे हुए कड़े निप्पल्स पर घुमाई।

मैं दोनों बूब्स को कसकर पकड़े हुए बारी-बारी से उन्हें चूस रहा था। मैं उसके बूब्स को कस-कसकर दबा रहा था और उन्हें निचोड़ रहा था। श्वेता भी इसमें मेरा पूरा साथ दे रही थी।

उसके मुँह से “आह आह” की आवाज़ निकल रही थी। वो मुझसे पूरी तरह से सटी हुई थी और मेरे लंड को पूरी तरह से मसल रही थी। उसने अपनी एक टाँग को मेरे कंधे के ऊपर चढ़ा दिया और मेरे लंड को अपनी जाँघों के बीच रख लिया।

मुझे उसकी जाँघों के बीच एक मुलायम रेशमी एहसास हुआ। वो उसकी चूत थी। श्वेता ने पैंटी नहीं पहन रखी थी, और मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी झाँटों में घूम रहा था।

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मेरे सब्र का बांध अब टूट रहा था। मैंने श्वेता से कहा, “श्वेता, मुझे कुछ हो रहा है। मैं अपने आप में नहीं हूँ। प्लीज़ मुझे बताओ मैं क्या करूँ?”

श्वेता, “करोगे क्या? मुझे चोदो, फाड़ दो मेरी चूत को।”

मैं चुपचाप उसके चेहरे को देखते हुए उसके बूब्स को मसल रहा था। उसका मुँह मैंने अपने मुँह के एकदम पास सटा रखा था।

श्वेता, “अब प्लीज़ अपनी श्वेता को चोदो।”

श्वेता ने हाथ से मेरे लंड को निशाने पर लगाकर उसे आगे का रास्ता दिखा रही थी। लंड को रास्ता मिलते ही मेरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया।

इससे पहले कि श्वेता संभलती और आसन बदलती, मैंने उससे पहले एक और धक्का मार दिया। अब मेरा पूरा लंड मक्खन जैसी चूत में चला गया। मुझे तो जैसे जन्नत का मज़ा आ रहा था।

श्वेता, “आह आह, ऊई माँ, रोहित, ऐसे ही कुछ देर हिलना मत। आह, तू बहुत ज़ालिम है। मुझे मार दिया है और तेरे लंड ने।”

श्वेता को काफी दर्द हो रहा था। उसने पहली बार इतना मोटा लंड अपनी चूत में लिया था। मैं अपना लंड उसकी चूत में घुसाकर चुपचाप बैठा था। श्वेता की चूत फड़क रही थी, और वो अपनी कमर हिलाने लग गई थी।

उसकी चूत अंदर ही अंदर लंड को मसल रही थी। फिर वो बोली, “प्लीज़ अपने लंड को बाहर निकालो।”

लेकिन मैं अपने लंड को धीरे-धीरे उसकी चूत में अंदर-बाहर करने लग गया। फिर श्वेता ने मुझे स्पीड तेज़ करने को कहा, तो मैंने अपनी स्पीड को तेज़ कर दिया। अब मैं लंड को तेज़ी से अंदर-बाहर कर रहा था। श्वेता भी इसका पूरा मज़ा ले रही थी।

अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर मेरा साथ दे रही थी। फिर मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए, और वो अपनी जीभ मेरे मुँह में डालने लग गई। चूत में लंड अंदर-बाहर हो रहा था। मुझे ऐसा लग रहा था कि मानो मैं जन्नत में हूँ।

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जैसे-जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थी, उसकी स्पीड तेज़ होती जा रही थी। अब कमरे में फच-फच की आवाज़ गूँज रही थी। मैं श्वेता के ऊपर लेटकर दनादन शॉट मार रहा था।

श्वेता ने अपनी टाँग को मेरी कमर पर रखकर मुझे जोर से जकड़ लिया था और जोर-जोर से अपने चूतड़ उठाकर मेरा साथ दे रही थी। मैं भी अब श्वेता के बूब्स को मसलते हुए जोर-जोर से उसे चोद रहा था।

पूरा कमरा हमारी चुदाई की आवाज़ों से भर गया था। और वो बोली, “आह आह, मेरे राजा, आह, हाँ, चोद मुझे, आह आह, और जोर से चोदो। जान, आज मेरी जवानी का मज़ा ले लो, आह आह।”

मैंने उसे 20 मिनट तक लगातार बिना रुके चोदा। और मैं बोला, “ले मेरी रानी, मेरा लंड ले, आह आह। मैं तो तेरा गुलाम बन गया हूँ, आह आह।”

श्वेता अब अपनी गांड उछाल-उछालकर मेरा लंड अपनी चूत में ले रही थी। मैं भी अब पूरे जोश में उसके बूब्स को मसलते हुए उसे चोद रहा था।

श्वेता, “मुझे चोदो ना, और जोर से धक्के मारो।”

मैं, “ले मेरी रानी, ले मेरे लंड को अपनी चूत में ले।”

श्वेता, “थोड़ा और अंदर डाल अपना लंड मेरी चूत में, आह।”

मैं, “ये ले मेरी रानी, आह आह, ये लंड तेरा ही है।”

श्वेता, “देखो मेरे राजा, मेरी चूत तुम्हारे लंड की दीवानी हो गई है। मुझे और अब जोर से चोदो ना।”

तभी उसने और उसकी चूत ने मुझे और मेरे लंड को कसकर जकड़ लिया, और फिर उसकी चूत ने अपना गर्म पानी मेरे लंड पर निकाल दिया। अब तक मेरा भी पानी निकलने वाला था।

मैं, “मैं भी, आह आह, मेरी जान, आह।”

फिर मैंने भी अपने लंड का पानी निकाल दिया, और मैं हाँफते हुए उसके बूब्स पर सिर रखकर कसके उससे चिपककर लेट गया।

अब हम दोनों थक चुके थे, और फिर हम दोनों सो गए। दोस्तों, इस लॉकडाउन में हम दोनों फँसे हुए हैं। लेकिन हम असली चुदाई का मज़ा अब ले रहे हैं।

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