मेरा नाम राजेश है और मैं 36 साल का हूँ। मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ। मैं Xahani पर हिंदी सेक्स कहानियाँ पिछले एक हफ्ते से लगातार पढ़ रहा हूँ। इन चूत चुदाई की कहानियों को पढ़कर मुझे लगा कि मुझे अपने साथ घटी घटना को आप सबके साथ शेयर करना चाहिए।
तो आज मैं वही आपको बताने जा रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी ये सच्ची कहानी पसंद आएगी।
तो ये बात उन दिनों की है, जब मेरी शादी को 10 साल हो गए थे। मैं और मेरी पत्नी रेखा, जिसकी उम्र 33 साल है और उसका फिगर साइज़ 38-30-32 है। वो दिखने में काफी सुंदर और सेक्सी है।
हम दोनों फेसबुक पर डेली चैटिंग करते हैं। हमें कैमरा लगाकर चुदाई करने में और दूसरे यंग कपल्स के साथ नंगे होकर चैटिंग करने की बहुत गंदी आदत लग चुकी थी।
चैट रूम में काफी नए कपल्स मिलते हैं। वहीं एक अरुण था, जो हमारी ही उम्र का था। उसकी वाइफ का नाम नीलम था और वो हुस्न की देवी थी। उसका फिगर साइज़ 36-32-36 था।
चैटिंग करते-करते हमारी बात मिलने तक पहुँच गई थी। हिम्मत करके हम उनके शहर पहुँच गए। हम पहली बार इस तरह के खेल में आए थे, इसलिए हम काफी डरे हुए थे।
वैसे मैंने रेखा को नहीं बताया था कि हम वहाँ सेक्स भी करेंगे। मैंने उसे सिर्फ मिलने के बारे में बताया था, इसलिए वो जल्दी तैयार हो गई थी।
अब हम उनके साथ शहर के बाहर एक फार्म हाउस में थे। अरुण ने अपने नौकर को छुट्टी देकर भगा दिया था। अब फार्म हाउस पर सिर्फ हम चार ही थे। फिर हमने थोड़ा नशा किया और आपस में बातें करने लग गए।
बात करते-करते सेक्सी मज़ाक भी शुरू हो गया। तभी मैंने अरुण से कहा: यार, मेरा मन तो नीलम भाभी को चोदने का कर रहा है।
ये सुनकर नीलम भाभी शरमा गईं। तभी अरुण बोला: यार, मेरा मन भी रेखा भाभी को चोदने का कर रहा है। बल्कि जब भी मैं भाभी को कैमरे के सामने देखता हूँ, तभी मेरा मन इन्हें चोदने का होने लगता है। मेरा लंड तो खड़ा होकर फटने वाला हो जाता है। आज मुझे रेखा की चुदाई का मौका दे दो। इसके बदले तुम मेरी वाइफ की जमकर चुदाई कर सकते हो। वैसे भी नीलम तुमसे चुदाई के लिए बहुत दिनों से मरी जा रही है।
मैंने रेखा से पूछा तो उसने अरुण से चुदने से साफ मना कर दिया और बोली: तुम नीलम की चुदाई कर सकते हो, मुझे इसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है। पर मुझे अरुण से नहीं चुदना है।
फिर मैंने, अरुण और नीलम ने मिलकर रेखा को समझाया कि आजकल सभी ऐसा करते हैं और इसमें बहुत ज़्यादा मज़ा भी आता है।
आखिर में हमने रेखा को किसी भी तरह मना ही लिया। और मैं अब नीलम के साथ एक कमरे में चला गया और अरुण मेरी रेखा को लेकर दूसरे कमरे में चला गया।
इधर मैं नीलम को लेकर जैसे ही कमरे में गया, तो नीलम मुझ पर पागलों की तरह टूट पड़ी। उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया और बोली: राज, मैं तुमसे चुदने के लिए कब से अरुण से ज़िद कर रही थी। तब जाकर आज मुझे ये दिन देखने को मिल रहा है। आज तुम मेरी चुदाई बहुत ज़्यादा ज़ोर से जमकर करना। साला अरुण तो मुझे ठीक से चोद ही नहीं पाता है।
मैं: तुम चिंता मत करो, मैं तुम्हारी चूत के आज 12 बजा दूँगा।
मैंने नीलम को अरुण का लंड चूसते हुए बहुत बार देखा था और मेरा भी अब उसे लंड चुसवाने का मन कर रहा था। पर रेखा को लंड चूसना पसंद नहीं था, इसलिए मेरी ये इच्छा कभी पूरी ही नहीं हुई थी।
इसलिए जब मैंने नीलम को लंड चूसने को कहा, तो वो एक सेकंड से भी कम समय में तैयार हो गई।
नीलम: मैं आज तुम्हारे लंड को ऐसे चूसूँगी कि तुम चुदाई से ज़्यादा लंड चुसाई में यकीन करोगे।
वैसे अरुण ने भी मुझे बताया था कि नीलम लंड बहुत अच्छे से चूसती है। इसलिए जब भी तुम उससे मिलो तो उसे अपना लंड ज़रूर चुसवाना। इसीलिए मैं आज अपनी मन की कामना पूरी होते देख बहुत खुश था।
थोड़ी देर में हम दोनों नंगे हो गए। मैं उसके बड़े-बड़े स्तनों को दबा रहा था। बीच-बीच में मैं उसकी चूत में उंगली भी कर रहा था, जिससे नीलम काफी गर्म हो गई थी।
नीलम भी अपने एक हाथ से मेरे लंड से खेल रही थी। तभी अचानक उसने मेरे लंड की तरफ अपना मुँह बढ़ाया। ये देखकर मुझे काफी मज़ा आ रहा था। अब नीलम मेरे लंड को धीरे-धीरे अपने मुँह में लेती ही जा रही थी।
वो मुझे मस्ती से सराबोर कर रही थी। मैं आज पहली बार किसी पराई औरत के साथ कमरे में अकेला था। और तो और, वो मेरा लंड मुँह में लेकर चूस रही थी। नीलम भी पूरी मस्ती में आ चुकी थी। वो ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड अपने मुँह में अंदर-बाहर कर रही थी।
उसकी लंड चुसाई से मैं पूरी तरह से मस्त हो गया था और अब मेरा लंड अपना पानी निकालने वाला हो गया था। जब मैंने ये नीलम को बताया, तो उसने मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया।
कुछ ही देर में उसके मुँह में मेरे लंड का पानी भर गया। नीलम ने मुझे बड़े प्यार से देखा और मुझसे बोली: कैसा रहा, मज़ा आया?
मैं: यार, सच में बहुत मज़ा आया।
नीलम: चलो, अब तुम मुझे मज़ा दो और मेरी जमकर चुदाई करो।
थोड़ी ही देर में नीलम ने मेरा लंड चूसकर फिर से खड़ा कर दिया। अब नीलम मेरे सामने नंगी हालत में थी। मैं उसे अपनी गोद में उठाकर उसे चूमने लग गया।
वो जल्दी ही जोश में आ गई और मेरे लंड से खेलने लग गई। अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था। मैंने उसे नीचे लेटाकर चुदाई शुरू कर दी। नीलम की इतनी चुदाई शायद अरुण ने कभी नहीं की थी।
इसलिए वो नीचे से अपनी गांड उठा-उठाकर मेरे धक्कों में मेरा साथ दे रही थी।
नीलम: हाँ जनम, आज मेरी चूत को फाड़ दो। इतना फाड़ दो कि इसे अरुण भी सील न पाए। आह आह, तुम्हारे लंड में बहुत दम है। मुझे चोदो, आह आह।
उसकी बातें सुनकर मैं बहुत जोश में आ गया और अब मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदने लग गया।
नीलम: और ज़ोर से चोदो मेरी जान, मैं अब झड़ने वाली हूँ, आह आह।
मैं अब और ज़ोर से नीलम की चूत में अपना लंड अंदर-बाहर कर रहा था। तभी अचानक नीलम ने ज़ोर से मुझे अपनी ओर खींचा और अपनी आँखें बंद कर लीं।
थोड़ी ही देर में वो एकदम से शांत हो गई। मुझे पता चल गया कि अब वो झड़ चुकी है। फिर मैंने उसकी दोनों टाँगें उठाईं और मैं अपनी पूरी ताकत से उसकी चूत में लंड मारने लग गया।
फिर मेरा भी पानी उसकी चूत में निकल गया। और अब हम दोनों एक-दूसरे से अलग होकर एक-दूसरे को kiss करने लग गए। वो मुझे संतुष्टि की नज़रों से देख रही थी।
नीलम: आज पहली बार मेरा पानी चुदाई करते हुए निकला है। वरना साला अरुण आज तक कभी मेरी चूत का पानी नहीं निकाल पाया।
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