एक हिंदी हॉट, सेक्सी और उत्तेजक चुदाई की कहानी

मेरा नाम रोहन है। मैं 24 साल का हूँ, गोरा, तगड़ा और हैंडसम। मैं जयपुर में अपनी छोटी बहन माया के साथ रहता हूँ। माया 20 साल की है, गोरी, भरे हुए बदन वाली और बहुत ही आकर्षक। उसके स्तन बड़े, गोल और रसीले हैं, मानो दो पके हुए खरबूजे, जो उसके टॉप या नाइटी से हमेशा बाहर झाँकते रहते हैं। उसके निप्पल गुलाबी और सख्त हैं, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते हैं और उसकी जवानी की आग को जाहिर करते हैं। उसकी कमर पतली है, और उसकी गांड बड़ी, मुलायम और गोल है, जो चलते समय लचकती है और मर्दों की नजरें वहीँ ठहर जाती हैं। उसकी जाँघें मोटी और चिकनी हैं, जैसे मलाई की परतें, और उसकी चूत की गर्मी उसके चेहरे से छुपती नहीं। हम दोनों बहुत करीब हैं, लेकिन एक रात मेरी वासना और उसकी भूख ने हमें एक अलग रास्ते पर ले गया। यह है मेरी और मेरी बहन की वासना और चुदाई की कहानी।

मार्च 2025 की एक रात थी। जयपुर में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी, और मेरे शरीर में जवानी की आग भड़क रही थी। मम्मी-पापा एक शादी में गए थे, और घर में सिर्फ मैं और माया थे। मैं अपने कमरे में बैठकर टीवी देख रहा था, तभी माया ने मुझे पुकारा, “रोहन, इधर आ ना!” मैं उसके कमरे में गया, जहाँ माया लाल नाइटी पहने बैठी थी। उसकी नाइटी से उसके स्तन और गांड लचक रहे थे। उसने मुझे एक शराब की बोतल दिखाई। “रोहन, आज हम मस्ती करेंगे,” उसने हँसते हुए कहा। मैंने कहा, “माया, ये गलत है।” लेकिन उसने मुझे जबरदस्ती एक ग्लास पिलाया। शराब मेरे गले से नीचे उतरी, और मेरे शरीर में एक अजीब सी गर्मी फैल गई। मेरा लंड हल्का सा तन गया, और माया को देखकर मेरी वासना जाग उठी।

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माया ने भी शराब पी। उसकी आँखों में वासना दिख रही थी। वो मेरे करीब आई और मेरे गाल पर एक चुम्मा लिया। “रोहन, तू बहुत हैंडसम है,” उसने फुसफुसाया। मेरा मन डगमगाया। “माया, ये गलत है,” मैंने कहा, लेकिन मेरी वासना मुझे रोक नहीं रही थी। उसने मेरी टी-शर्ट उतारी और मेरी पैंट नीचे खींच दी। मेरा 8 इंच का लंड तना हुआ और मोटा था। “रोहन, तेरा लंड कितना शानदार है,” उसने कहा और उसे हाथ में लेकर मसलने लगी। उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे, और उसकी जीभ मेरे मुँह में घुस गई। मेरी वासना अब बेकाबू हो चुकी थी। मैंने उसकी नाइटी उतार दी। उसके स्तन नंगे हो गए। उसके निप्पल सख्त थे।

“रोहन, मेरे स्तन चूस,” माया ने कहा। मैंने उसका एक स्तन मुँह में लिया और जोर से चूसने लगा। “आह… रोहन… चूस… जोर से चूस…” माया सिसक उठी। उसकी चूत नंगी हो गई। उसके घने बाल गीले थे। “रोहन, मेरी चूत चाट,” उसने कहा। मैंने उसके पैर फैलाए और अपनी जीभ उसकी चूत पर फेरने लगा। “आह… रोहन… चाट… मस्त चाट…” माया चीखी। उसने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। “आह… माया… चूस… कमाल है…” मैं सिसका। मेरी बहन की वासना मुझे पागल कर रही थी। मैं उसकी चूत चाट रहा था, और वो मेरा लंड चूस रही थी। शराब का नशा और उसकी वासना मुझे दीवाना बना रहे थे।

माया ने मुझे बिस्तर पर लिटाया। “रोहन, मेरी चूत चोद,” उसने कहा। मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रगड़ा। “माया, ये ले,” मैंने कहा और एक जोरदार धक्का मारा। मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया। “आह… रोहन… फट गई… आह…” माया चीखी। मैं उसके स्तन दबाते हुए उसे चोदने लगा। “रोहन, जोर से चोद… मेरी चूत फाड़ दे…” वो चीख रही थी। मैं उसकी चूत जोर से चोदने लगा। उसकी गांड बिस्तर पर टकरा रही थी। मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और उसे चूमने लगा। “आह… रोहन… मस्त चोदता है…” वो सिसक उठी। मैंने उसे आधा घंटा चोदा। मेरी वासना और उसकी भूख मुझे पागल कर रहे थे।

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“रोहन, अब मेरी गांड चोद,” माया ने कहा। मैंने उसे पलट दिया। उसकी गांड गोल और मुलायम थी। मैंने उसकी गांड पर थूका और अपनी उंगलियाँ उसकी गांड में डालीं। “आह… रोहन… धीरे…” माया सिसक उठी। फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाला। “आह… फट गई… आह…” वो रो पड़ी। मैं उसकी गांड चोदने लगा। “माया, तेरी गांड कमाल है,” मैंने कहा। मैं उसकी गांड जोर से चोदने लगा। उसके स्तन हिल रहे थे, और मैं उन्हें दबा रहा था। “आह… रोहन… चोद… जोर से चोद…” वो चीख रही थी। मैं उसकी गांड में झड़ गया, और मेरा वीर्य उसकी गांड से बहने लगा।

उस रात के बाद माया मुझे रोज चोदने बुलाने लगी। जब मम्मी-पापा घर पर नहीं होते, वो मुझे अपने कमरे में ले जाती। “रोहन, तेरा लंड मेरा है,” वो कहती। एक बार उसने मुझे बाथरूम में शॉवर के नीचे चोदा। “रोहन, मुझे फाड़ दे,” वो चीखी। मेरा लंड उसकी चूत और गांड में अंदर-बाहर कर रहा था। उसने मेरे लंड को चूसा, और मैंने उसकी चूत में उंगलियाँ डालीं। मेरी बहन की वासना मुझे पागल कर रही थी। मैंने उसे पूरी रात चोदा, और उसकी संतुष्टि की।

कभी-कभी वो मुझे किचन में चोदने बुलाती। एक बार मैं किचन में बर्तन धो रहा था, तभी माया आई। उसने मेरी पैंट नीचे खींची और मेरा लंड चूसने लगी। “रोहन, तेरा लंड शानदार है,” उसने कहा। मैंने उसे टेबल पर झुकाया और उसकी चूत में अपना लंड डाला। “आह… रोहन… चोद… जोर से चोद…” माया चीखी। मैंने उसकी चूत जोर से चोदी। उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा और मेरे लंड को चूसा। मैंने उसे चोदा और उसकी चूत में झड़ गया। मेरी बहन की वासना मुझे पागल कर रही थी।

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माया ने एक बार मुझे अपनी सहेली के सामने चोदा। उसकी सहेली मुझे देख रही थी, और माया ने मुझे नंगा करके मेरा लंड चूसा। “रोहन, तेरा लंड कमाल है,” उसने कहा। मैंने माया को उसकी सहेली के सामने चोदा। “आह… रोहन… चोद… जोर से चोद…” वो चीख रही थी। उसकी सहेली मेरे स्तन देख रही थी, और मैं माया को जोर से चोद रहा था। मैं उसकी चूत में झड़ गया, और उसकी सहेली मुझे देखती रही। मेरी बहन की वासना मुझे पागल कर रही थी, और मैं उसकी वासना पूरी कर रहा था।

अब मार्च खत्म हो चुका है। मम्मी-पापा को कुछ पता नहीं, लेकिन माया मुझे अब भी चोदती है। “रोहन, तू मेरा भाई है, लेकिन मेरी वासना तू ही पूरी करता है,” वो कहती है। मेरा लंड उसकी चुदाई के बिना रह नहीं सकता। मेरी बहन की वासना और मेरी भूख एक अलग रास्ते पर चली गई, और हम दोनों एक-दूसरे की वासना का आनंद लेते हैं। मेरी बहन की वासना मुझे पागल करती है, और मैं उसकी वासना और अपनी भूख दोनों पूरी करता हूँ।

 

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