मेरा नाम साक्षी है, और मैं 20 साल की हूँ। मैं एक छोटे से गाँव में रहती हूँ, और मेरा शरीर बहुत ही आकर्षक है—गोरी त्वचा, भरे हुए स्तन, और मोटी गांड। मेरा बड़ा भाई, राहुल, 25 साल का है—लंबा, मजबूत, और उसकी पैंट में उसका लंड मुझे हमेशा उत्साहित करता था। हम एक ही घर में रहते हैं, और राहुल मुझे हमेशा अलग नजरों से देखता था। लेकिन मुझे कभी नहीं लगा था कि मेरे जन्मदिन पर वह मुझे चोदेगा।
मेरा जन्मदिन था, और घर में बहुत मजा चल रहा था। मम्मी-पापा और कुछ रिश्तेदार आए थे। मैंने एक टाइट लाल ड्रेस पहनी थी, जिससे मेरे स्तन और गांड साफ दिख रहे थे। रात 10 बजे सारे रिश्तेदार चले गए, और मम्मी-पापा अपनी कमरे में सोने चले गए। मैं अपने कमरे में गई और अपनी ड्रेस बदलने लगी। तभी राहुल मेरे कमरे में आया। “साक्षी, जन्मदिन मुबारक! तू आज बहुत हॉट लग रही है,” राहुल ने मुझे देखते हुए कहा।
“धन्यवाद, भैया,” मैं हँसते हुए बोली। लेकिन उसकी आँखों में एक अलग सी चमक थी। वह मेरे पास आया और मेरी कमर पकड़ ली। “भैया, ये क्या कर रहे हो?” मैं डरते हुए बोली। “साक्षी, तेरा ये शरीर मुझे पागल कर रहा है,” राहुल ने गर्म आवाज में कहा। “भैया, ये गलत है,” मैंने कहा, लेकिन मेरी चूत पहले ही गीली हो चुकी थी। राहुल ने मुझे पलंग पर धकेल दिया। “साक्षी, तेरी चूत आज मेरे जन्मदिन का तोहफा है,” उसने कहा और मेरी ड्रेस फाड़ दी।
मेरे स्तन नंगे हो गए। “क्या मस्त स्तन हैं तेरे, साक्षी,” राहुल बोला और मेरा एक निप्पल मुँह में ले लिया। “आह, भैया, चूस,” मैं सिसक उठी। मेरी चूत गीली हो गई थी। राहुल ने मेरी ड्रेस पूरी तरह उतार दी। “साक्षी, तेरी चूत देखनी है,” उसने कहा और मेरे पैर फैला दिए। मेरी चूत नंगी होकर चमकने लगी। उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर फिराई। “आह, भैया, चाट, मेरी चूत का रस पी ले!” मैं चिल्लाई। मेरी चूत से रस टपकने लगा। “साक्षी, तेरी चूत का स्वाद गजब है,” राहुल बोला और उसने अपनी पैंट उतार दी।
उसका मोटा लंड बाहर आया—लंबा, कड़ा और गर्म। “भैया, ये तो मेरी चूत फाड़ देगा!” मैं डरते हुए बोली। राहुल हँसा और बोला, “साक्षी, तेरी चूत फाड़ने का मजा ही अलग है।” उसने मेरी चूत पर लंड रगड़ा। “पहले तेरी चूत चोदता हूँ,” राहुल बोला और एक जोरदार धक्का मारा। “आह, भैया, मेरी चूत फट गई!” मेरी चीखें कमरे में गूँजने लगीं। उसने जोर-जोर से धक्के मारना शुरू किया। “साक्षी, तेरी चूत मेरे लंड को निगल रही है,” राहुल बोला। मेरी गांड हर धक्के के साथ हिल रही थी। “भैया, और जोर से चोद, मेरी प्यास बुझा!” मैं चिल्लाई। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और वह पलंग पर गिर रहा था।
चुदाई का नशा चढ़ गया। राहुल ने मुझे पलंग पर कुत्तिया बनाया। “अब तेरी गांड में लंड डालता हूँ,” उसने कहा और मेरी गांड पर थप्पड़ मारा। “मार, भैया, मेरी गांड लाल कर दे!” मैं बोली। उसने अपना मोटा लंड मेरी गांड में घुसा दिया। “आह, मेरी गांड फट गई, और जोर से!” मेरी चीखें बढ़ गईं। “साक्षी, तेरी गांड बहुत टाइट है,” राहुल बोला। मेरी चूत से रस बह रहा था, और मैंने अपनी उंगलियाँ चूत में डाल दीं। “भैया, मेरी चूत और गांड दोनों चोद!” मैं सिसक उठी।
चुदाई का खेल बढ़ गया। राहुल ने मुझे पलंग पर लिटाया और मुझ पर चढ़ गया। “अब तेरी चूत गहराई तक चोदता हूँ,” उसने कहा और लंड मेरी चूत में ठोक दिया। “आह, भैया, मेरी चूत फाड़ दे!” मैं चिल्लाई। उसका लंड मेरी चूत के गहराई तक जा रहा था। “साक्षी, तेरी चूत चोदकर सैल कर दूँगा,” राहुल बोला और मेरे स्तन दबाते हुए धक्के मारे। “चोद मुझे, भैया, मुझे तेरे लंड का मजा दे!” मेरी सिसकियाँ बढ़ गईं। पलंग हमारी चुदाई से हिल रहा था।
राहुल ने मुझे दीवार के सहारे टिकाया। “साक्षी, तेरे होंठ चूसता हूँ,” उसने कहा और मेरे होंठ चूसने लगा। “आह, भैया, मेरे होंठ दबा दे!” मैं बोली। उसने मेरे होंठ चबाए और बोला, “साक्षी, तेरे होंठ शहद जैसे हैं।” मैंने उसका लंड हाथ में लिया और दबाते हुए बोली, “भैया, मेरी चूत फिर से चोद!” उसने मुझे पलंग पर पटका और मेरी चूत में लंड ठोक दिया। “तेरी चूत और गांड दोनों रस से भरता हूँ,” राहुल चिल्लाते हुए बोला। “और जोर से चोद, मेरी प्यास बुझा!” मैं चिल्लाई।
रात गहरी हो गई। राहुल मुझे बाथरूम में ले गया। “साक्षी, यहाँ तेरी चूत चोदता हूँ,” उसने कहा और मुझे शॉवर के नीचे खड़ा किया। पानी मेरे नंगे शरीर पर बह रहा था। “भैया, पानी में चुदाई का मजा ले!” मैं बोली। उसने मुझे दीवार से टिकाया और मेरी चूत में लंड ठोक दिया। “आह, भैया, और जोर से!” मैं चिल्लाई। पानी हमारे शरीर पर बह रहा था, और मेरी चूत उसके लंड को गीला कर रही थी। “साक्षी, तेरी चूत मेरे लंड की दीवानी है,” राहुल बोला।
सुबह होने लगी। राहुल ने मुझे अपनी गोद में बिठाया। “साक्षी, अब तेरी गांड फिर से चोदता हूँ,” उसने कहा और मुझे उलट दिया। “भैया, मेरी गांड में लंड डाल!” मैं सिसकते हुए बोली। उसने मेरी गांड में लंड घुसा दिया। “आह, मेरी गांड फट गई, और जोर से!” मेरी चीखें कमरे में गूँज रही थीं। “साक्षी, तेरी गांड मेरे लंड की गुलाम है,” राहुल बोला और मुझे रगड़ने लगा। मेरी चूत से रस टपक रहा था। “चोद मुझे, भैया, मुझे तेरी रंडी बना दे!” मैं चिल्लाई।
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