काकी और आंटी के साथ खास पल
हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम फिरोज है। आज मैं आपको अपनी जिंदगी की एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो उस वक्त की है जब मैं 12वीं कक्षा में था। उस समय मुझे फिल्में देखने का बहुत शौक था और मैं सोचता था कि काश मुझे भी कभी ऐसा मौका मिले। हमारे पड़ोस में एक दंपति रहते थे। उनके दो साल की दो जुड़वाँ बेटियाँ थीं और मैं कभी-कभी उनक… पूरी कहानी पढ़े...