राजपूत भाभी की चुदाई दिल्ली में
दिल्ली की वो संकरी गलियां थीं, जहां घर एक-दूसरे से चिपके हुए थे, और सड़कों पर हमेशा भीड़ उमड़ी रहती थी। मैं, अर्जुन, 29 वर्ष का युवा राजपूत युवक, एक किराए के कमरे में रहता था। मेरी नौकरी दिल्ली के एक कार्यालय में थी, और मैं अकेलेपन की जिंदगी जीता था। मेरा 8 इंच लंबा, मोटा, काला लंड सदैव किसी चूत की खोज में रहता था… पूरी कहानी पढ़े...