zava zavi katha

भोगी भाई मेरे जिस्म का प्यासा-2

दोस्तों ये पार्ट पढ़ने से पहले पिछला पार्ट जरूर पढ़ना: भोगी भाई मेरे जिस्म का प्यासा-1

अब आगे…

आदमी – क्यों उसका एक ही चश्मदीद गवाह है और वो है भोगी भाई।

उसका नाम सुनते ही मेरे सिर पर जैसे कोई बम फट गया था, मेरी आँखों के सामने सारी बात एकदम से साफ हो गई।

आदमी – मैडम वो कहता है, कि उस आदमी को बृज साहब ने जानबूझकर मश… पूरी कहानी पढ़े...